फोटो-13-जिला अस्पताल में एंटी रैबीज क्लीनिक का शुभारंभ के अवसर पर सीएमओ को जानकारी देते सीएमएस। संवाद
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। जिला अस्पताल के बी-ब्लॉक में मॉडल एंटी रैबीज क्लीनिक का शुभारंभ हो गया। सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने इसका फीता काटकर शुभारंभ किया।
सीएमओ ने कहा कि अलग क्लीनिक बनने से एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए मरीजों को परेशानी नहीं होगी। उन्हें एक निश्चित स्थान पर वैक्सीन लगाई जा सकेगी। अब अन्य इंजेक्शन और रैबीज इंजेक्शन अलग-अलग कक्षों में लगाए जाएंगे। कहा कि कुत्ता, बंदर, बिल्ली व अन्य जंगली जानवरों के काटने से रैबीज की संभावना होती है।
रैबीज होने पर व्यक्ति के बचने की संभावना भी न के बराबर रहती है। इसलिए इन जानवरों के काटने के तत्काल बाद एंटी रैबीज का इंजेक्शन जरूर लगवाएं। सीएमएस डॉ. अविनेश कुमार बनौधा ने कहा कि मॉडल एंटी रैबीज क्लीनिक का शुभारंभ हो गया है। कोशिश की जा रही है कि कुछ एंटी रैबीज वैक्सीन इमरजेंसी में भी रखवाई जाए ताकि अस्पताल बंद होने के बाद मरीजों को तत्काल वैक्सीन मिल सके।
इंजेक्शन रूम के प्रभारी जंगबहादुर सिंह व नोडल अधिकारी डॉ. संजीव गुप्ता ने कहा कि यदि किसी को जानवर काट लेता है तो पहले तो उसकी ठीक से सफाई करें। इसके बाद तत्काल इलाज कराए। इस दौरान डॉ. तारा शहजानंद, डॉ. अरविंद श्रीवास्तव, यज्ञप्रकाश शुक्ला, अभिषेक, बबलू वर्मा, रामपाल, प्रेम यादव, धीरु, राजकुमार, आरजू, रेखा, दीपिका आदि मौजूद रहे।