उरई नगर पालिका में लगातार तीन बार करना पड़ा हार का सामना

संवाद न्यूज एजेंसी

उरई। जिला मुख्यालय की सीट भाजपा के लिए पहली बनती जा रही है। इस बार भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गजों में जिला मुख्लाय पर डेरा डाला हुआ था और भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ था, लेकिन भाजपा को पिछले चुनाव में जीते हुए निर्दल प्रत्याशी को गले लगाना भारी पड़ गया। भाजपा को इस बार भी जिला मुख्यालय पर जीत हासिल नहीं हुई।

उरई नगर पालिका में बसपा की प्रत्याशी गिरिजा चौधरी ने बड़े अंतर से हराया। उरई में पिछली बार भाजपा के बागी प्रत्याशी निर्दलीय अनिल बहुगुणा चुनाव जीते थे। इस बार बसपा की गिरिजा चौधरी ने इस सीट पर कब्जा जमाया है। गिरिजा चौधरी दूसरी बार पालिकाध्यक्ष बनीं हैं।

उरई नगर पालिका में वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी अनिल बहुगुणा ने जीत हासिल की थी। उस समय भाजपा का प्रत्याशी दिलीब दुबे को हार का सामना करना पड़ा था। उसके पहले 2012 में गिरिजा चौधरी ने जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा से रेखा वर्मा चुनाव मैदान में थीं। भाजपा की ओर से प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति के अलावा केंद्रीय मंत्री भानुप्रताप वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी, विधायक गौरीशंकर वर्मा ने भी लगातार पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार किया लेकिन जीत नहीं दिला सके।

भाजपा फायदे में कांग्रेस-सपा को नुकसान

उरई। इस निकाय चुनाव में भाजपा नफे में रही। जबकि सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस और सपा को हुआ है। कांग्रेस और सपा के पास पिछले चुनाव में एक एक सीट थी। लेकिन दोनों को इस बार किसी भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई है। पिछली बार कोंच नगर पालिका से कांग्रेस की उम्मीदवार सरिता आनंद चुनाव जीती थी। जबकि ऊमरी नगर पंचायत से सपा उम्मीदवार रेखा सोनी ने विजयश्री हासिल की थी। इस बार ऊमरी से निर्दलीय प्रत्याशी विजय कुमार सिंह ने जीत हासिल कर सपा से सीट छीन ली है। (संवाद)

बसपा की स्थिति में नहीं हुआ सुधार

उरई। नगर पालिका के चुनाव में बसपा की स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है। पिछली बार कालपी से बसपा प्रत्याशी बैकुंठी देवी चुनाव जीती थी। इस बार बसपा प्रत्याशी को यहां से हार का सामना करना पड़ा है। यहां निर्दलीय प्रत्याशी अरविंद ने जीत दर्ज की है। वहीं उरई में बसपा प्रत्याशी गिरिजा चौधरी ने चुनाव जीत लिया है। नगर पालिका में कालपी की सीट बसपा ने गंवाई है तो उरई की सीट जीतकर हिसाब किताब बराबर कर लिया है। (संवाद)

पिछली बार के मुकाबले में जीत की स्थिति

निकाय का चुनाव 2023 2018

उरई बसपा निर्दलीय

कोंच भाजपा कांग्रेस

कालपी निर्दलीय बसपा

जालौन भाजपा भाजपा

रामपुरा भाजपा भाजपा

ऊमरी निर्दलीय सपा

कदौरा भाजपा बसपा

कोटरा भाजपा भाजपा

नदीगांव भाजपा भाजपा

माधौगढ़ भाजपा भाजपा

एट- निर्दलीय पहली बार चुनाव हुआ



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *