संवाद न्यूज एजेंसी
उरई।
डीसीडीएफ के सभापति व उपसभापति का चुनाव मंगलवार को गहमागहमी के बीच संपन्न हो गया। दोपहर को अचानक प्रत्याशियों के समर्थक एक दूसरे से भिड़ गए। शाम को मतगणना के बाद सभापति पद पर कौशल किशोर दो वोट से विजयी हुए। वहीं अनुराग उपसभापति बने। इसके बाद समर्थकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर व माला पहनाकर शुभकामनाएं दी। वहीं जिलाध्यक्ष संगठन के पदाधिकारियों के साथ कैंपस के कमरे में बैठे रहे।
मंगलवार को डीसीडीएफ में सभापति व उपसभापति के चुनाव को लेकर सुबह से गहमा-गहमी पूर्ण माहौल बना रहा। बीजेपी ने कौशल किशोर को सभापति के लिए प्रत्याशी अधिक़ृत किया था। लेकिन अचानक आए रेडक्रास सोसायटी के पूर्व सचिव अभय द्विवेदी ने सभापति के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद से संचालकों के तोड़फोड़ का क्रम शुरू हो गया। दोपहर तीन बजे के बाद चुनाव प्रक्रिया शुरू कराई गई। चुनकर आए सभी 14 डेलीगेटों ने सभापति व उपसभापति के लिए विधिवत वोट डाले। वोट डालने को लेकर काफी जद्दोजहद जारी रही। अपने पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव भी बनाया गया। मतदान के बाद शाम को मतगणना हुई। इसमें कौशल किशोर 8 मत मिले। उन्होंने दो वोट से जीत हासिल की। जबकि इनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी अभय द्विवेदी को छह वोट से संतुष्ट होना पड़ा। वहीं अनुराग सात वोट पाकर उपसभापति निर्वाचित किए गए। जबकि अरविंद छह वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। एक वोट अनवैलिड हो गया। सर्वाधिक वोट मिलने पर कौशल व अनुराग को जीता घोषित किया गया। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट सौरभ पांडेय की देखरेख में चुनाव संपन्न हुआ।