उरई। सर्पदंश से अचेत युवक का इलाज कराने आए तीमारदारों और डॉक्टरों में विवाद हो गया। इलाज में देरी का आरोप लगाकर हंगामा कर रहे परिजनों को डॉक्टर ने समझाने की कोशिश की तो उनको पीट दिया। इससे मेडिकल काॅलेज में अफरातफरी मच गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

कानपुर देहात के विजेरा गांव निवासी संतोष का 22 वर्षीय पुत्र रिषभ रिश्तेदारी में सिरसाकलार थाना क्षेत्र के लौना गांव दो दिन पहले आया था। शनिवार की सुबह करीब चार बजे उसे सांप ने डंस लिया। इससे वह अचेत हो गया। जानकारी होने पर परिजन उसे शनिवार की सुबह करीब आठ बजे मेडिकल काॅलेज के इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंचे। आरोप है कि दो घंटे बाद भी उसका इलाज नहीं किया गया। इस पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देखकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर बृजेश ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनसे मारपीट करने लगे। इस पर अन्य डॉक्टर भी आ गए और दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी। घटना से मेडिकल कालेज में अफरातफरी मच गई।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीमारदार पक्ष के दो परिजनों को हिरासत में लिया है। मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. प्रशांत निरंजन का कहना है कि इलाज में देरी का आरोप लगाकर तीमारदारों ने डाॅक्टरों के साथ मारपीट की है। इसमें दो डॉक्टर घायल हुए हैं। अभी मरीज की तरफ से शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।



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