उरई। सिंचाई विभाग की जमीन पर बनी नाली को लेकर अधिकारियों और बस्ती के लोगों के बीच नोकझोंक हो गई। बहस इतनी बढ़ी कि पुलिस को मौके पर आना पड़ा। बाद में नाली हटाकर पाइप लाइन डाले जाने का समझौता हुआ।
करमेर रोड पर बने सिंचाई विभाग कार्यालय की भूमि है। यहां आसपास के बस्ती के लोगों ने घर के पानी की निकासी के लिए नाली बना ली। इस मामले में विभाग के अधिकारियों ने आपत्ति जताई। गुरुवार को इस मामले को लेकर बस्ती के लोगों के साथ विभाग के अधिकारियों की बहस शुरू हो गई। नौबत नोकझोंक तक पहुंच गई। अधिकारियों ने पुलिस को सूचित कर दिया गया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। बस्ती के लोगों का कहना था घरेलू पानी की निकासी के लिए जो नाली है, वह ऊंचाई पर है।
इस वजह से बरसात के दिनों में पानी वहां तक नहीं पहुंच पाता है और परेशानी होती है। इसलिए सिंचाई विभाग की जमीन पर नाली पूर्व में ही खोदी गई थी। विभाग के एक्सईएन दर्शन घोष ने बताया कि सरकारी जमीन पर नाली बनाना अतिक्रमण है। बस्ती के लोगों को पाइप लाइन डालने के लिए कह दिया है। नाली हटाई जाएगी।