कुठौंद। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर गुरुवार को टोल शुरू हो गया। लेकिन शेरगढ़ पुल बंद कर देने से क्षेत्र के लोगों को एक्सप्रेसवे से होकर गुजरना पड़ रहा है। जिससे तीस किलोमीटर आने जाने में पचास रुपये का पेट्रोल खर्च हो रहा है। लेकिन टोल सौ रुपये देना पड़ रहा है। जिससे प्रतिदिन आने जाने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
शेरगढ़ यमुना पुल बंद होने से क्षेत्रीय लोग औरैया जाने के लिए एकों कट से होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के रास्ते 30 किलोमीटर का चक्कर काट कर पहुंच रहे थे। लेकिन टोल शुरु हो जाने से पहले ही महंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब बुंदेलखंड एक्सप्रेस से औरैया 30 किलोमीटर आने जाने की दूरी का टोल 100 रुपये लिया जा रहा है। जबकि इतनी दूरी में पेट्रोल पर सिर्फ पचास रुपये का खर्च आता है।
लोगों का कहना है कि घरेलू चीजों पर महंगाई की मार पड़ रही है। जिससे लोगों का बजट बिगड़ रहा है, दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों के लिए बड़ी मुसीबत सामने आ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्रीय लोगों को पुल बंद होने से एकों कट होते हुए औरैया जाना पड़ रहा है। लेकिन उनसे छिरिया सलेमपुर से लगने वाले टोल की कीमत ली जा रही है। उन्होंने मांग की है कि जब तक शेरगढ़ घाट पुल सही नहीं हो जाता है, तब तक उन लोगों को इसी कट से जाने दिया जाए व लोकल पास बना दिए जाए या रियायत की जाए।
ऐसे समझें, कितना होगा खर्च
अगर एक व्यक्ति एक महीने तक बाइक से बुंदेलखंड एक्सप्रेस के रास्ते से औरैया में बने टोल तक आने जाने में तीस किलोमीटर की दूरी तय करेगा। जिससे उसकी बाइक में प्रतिदिन औसतन आधा लीटर पेट्रोल खर्च होगा। जिससे उसे महीने में 1500 रुपये खर्च करने होंगे। लेकिन बाइक सवार को टोल के 3000 हजार रुपये देने होंगे। जिससे उसका अतिरिक्त बजट बढ़ेगा।
लोगों की बात
कस्बा निवासी रंजीत निषाद ने बताया कि वह औरैया में मेडिकल स्टोर पर काम करता है। उसे प्रतिमाह छह हजार रुपये मिलते हैं। इसके अतिरिक्त उसे तीस रुपये प्रतिदिन किराये का मिलता है। जिससे वह आ जाते हैं। लेकिन शेरगढ़ पुल बंद होने से एक्सप्रेसवे से बाइक से औरैया जाने पर पचास रुपये पेट्रोल व सौ रुपये टोल के चुकाने पड़ रहे हैं। किसान अरुण शुक्ला ने बताया कि वह खेती किसानी करते हैं। गुरुवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर टोल लगने की जानकारी नहीं थी, वह ट्रैक्टर किराये पर लेकर गए थे। इस दौरान आने-जाने पर उनसे 520 रुपये टोल के वसूले गए। बुक स्टाल संचालक ऋषि दीक्षित ने बताया कि वह अधिकतर औरैया से कॉपी किताब लेने जाते हैं। पहले से ही यमुना पुल बंद होने से बहुत परेशान थे। अब इसी समय एक्सप्रेसवे पर टोल लगने से परेशानी और बढ़ गई है जिससे बच्चों की कॉपी किताबें भी महंगी हो जाएंगी। एसएससी की तैयारी कर रहे छात्र बबलू पाल ने बताया कि यमुना पुल बंद होने से वह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से ऑटो से औरैया कोचिंग जाते थे। जिसका आने जाने का किराया पचास रुपये लगता था। टोल शुरु होने से ऑटो चालकों ने किराया बढ़ा दिया। जिससे आने-जाने में नब्बे रुपये लगने लगे हैं।