उरई। उरई रेलवे स्टेशन पर कायाकल्प के लिए हो रहे निर्माण कार्य में बिना अनुमति के प्लेटफार्म नंबर एक पर ट्रैक्टर ले जाने के मामले को जीएम उत्तर मध्य रेलवे ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की जांच के लिए डीआरएम झांसी को निर्देशित किया है। डीआरएम ने आरपीएफ और जीआरपी को इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बता दें कि उरई रेलवे स्टेशन का अमृत भारत योजना के तहत 15 करोड़ की लागत से कायाकल्प का काम चल रहा है। इस काम में प्लेटफार्म नंबर नंबर गड्ढे खुदाई के लिए ट्रैक्टर का उपयोग किया जा रहा है। हालांकि प्लेटफार्म पर ट्रैक्टर ट्राली लाने के लिए पहले से अनुमति की जरूरत होती है लेकिन ठेकेदार ने इसकी अनदेखी की। जिस पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई है। इस खबर को बुधवार के अंक में अमर उजाला ने फोटो सहित प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस मामले को रेल अधिकारियों को ट्वीट भी किया गया था। इसका असर यह हुआ कि जीएम उत्तर मध्य रेलवे सतीश कुमार ने मामले को गंभीरता से लिया और डीआरएम झांसी मंडल आशुतोष को जांच के निर्देश दिए। डीआरएम ने भी आरपीएफ और जीआरपी अधिकारियों को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। उधर जांच की सूचना पाकर ठेकेदार ने बुधवार को प्लेटफार्म से ट्रैक्टर हटा दिया। इस बाबत झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि काम के दौरान सतर्कता बरतनी जरूरी है।