उरई। बड़ा गांव में करीब तीन दर्जन लोगों की आंखों में सूजन आने और लाल होने की समस्या की खबर स्वास्थ्य विभाग को लगी तो खलबली मच गई। डीएम के निर्देश पर गांव पहुंचे नेत्र चिकित्सक को भेजकर बीमार गांव वालों की आंखों की जांच कराई गई। ग्रामीणों ने एएनएम के गांव नहीं आने की शिकायत की तो उन्हें फटकार लगाई गई और सीएमओ ने स्पष्टीकरण तलब किया है।

आंखों की इस बीमारी की जानकारी होने पर अमर उजाला ने 17 जुलाई के अंक में बड़ागांव में फैली बीमारी. 35 लोगों की आंखें लाल हेडिंग से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जानकारी मिलने के बाद आंखों की जांच को नेत्र सर्जन डॉ. आरपी सिंह के नेतृत्व में टीम बड़ा गांव पहुंची। मरीजों की जांच की और उन्हें दवाइयां दीं। कुछ मरीजों को नेत्र अस्पताल आकर दवाइयां लेने की सलाह दी गई। मौके पर क्षेत्र की एएनएम निशा भी पहुंचीं। एएनएम पर गांव नहीं आने की शिकायत की तो उन्हें फटकार लगाई गई। टीम ने सरजू, दयाशंकर, तिजा, रितिक, संतोष, कमलेश, जगदीश समेत 35 मरीजों की आंखों की जांच के बाद उन्हें दवा दी। साथ ही नेत्र अस्पताल आकर इलाज कराने की सलाह दी। उधर, सोमवार को खंड विकास अधिकारी बीके कुशवाहा भी मौके पर पहुंचे और गांव में सफाई कराई।

पसीने ने आंखों को पहुंचाया नुकसान

नेत्र सर्जन डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि उमस भरे मौसम में इस तरह की दिक्कतें आती हैं। सिर से बहने वाला पसीना जब आंखों में जाता है तो वह इंफेक्शन करता है। एक से दूसरे में फैलने का खतरा रहता है। आंख का लाल होना, सूजन और खुजली आदि फ्लू जैसी बीमारी होती है। ऐसे में बिना चिकित्सक की सलाह से कोई आई ड्राप न लगाएं। हालांकि पांच से सात दिन में ठीक हो जाती है। इसमें इलाज की जरूरत होती है। कुछ लोग आंखों में नीम आदि बांध लेते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए। साफ सफाई पर ध्यान दें।

वर्जन-

-एएनएम के गांव नहीं जाने की शिकायत की गई है। इसकी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही एएनएम से स्पष्टीकरण मांगा गया है। -डॉ. एनडी शर्मा, सीएमओ



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