कालपी। यमुना का जलस्तर प्रतिदिन चार सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यमुना के किनारे बसे ग्रामीणों और कस्बा वासियों को अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही उन्हें बाढ़ से सुरक्षित रहने के लिए जागरूक किया गया है।
पिछले तीन सालों से लगातार यमुना का जलस्तर बढ़ने से कालपी कस्बे के कागजीपुरा, आलमपुर, रामगंज, कछियान पच, पिनडा देवी रोड, तरीबुलदा और यमुना पट्टी के गांवों की करीब 20 से 25 हजार की आबादी प्रभावित होती है। हीरापुर गांव निवासी उमेश, कमलेश, संजय, पप्पू ने बताया यमुना में तीन साल लगातार बाढ़ आने से ग्रामीण बरसात में भय में रहते हैं। तिरपाल में रहने को विवश होना पड़ता है। देवकली निवासी उजागर लाल बाल सिंह, गणेश ने बताया लगातार आ रही बाढ़ से हम लोगों की फसलों के साथ-साथ बहुत नुकसान होता है। बाढ़ से किरतपुर, मांगरोल, शेखपुरगुढा, गुढाखास, पडरी नरहान उरकराकला, दहेलखंड महेवा के अलावा यमुना पट्टी और नून नदी के किनारे बसे गांव में बाढ़ का प्रकोप अधिक रहता है।
केंद्रीय जल आयोग प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया कि यमुना का जलस्तर चार सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से बढ़ रहा है। वर्तमान में जलस्तर 97.76 मीटर पर दर्ज किया गया है। खतरे का निशान 108 मीटर पार होने के बाद बाढ़ आने की आशंका होती है। लोगों को सतर्क किया गया है। बाढ़ की स्थिति में ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा गया है।
लगे बाढ़ का खतरा तो लगाएं ये नंबर 9454416362
कालपी। यमुना बेतवा नदी की संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए सर्वे करने के निर्देश जारी किए हैं। तहसीलदार शेर बहादुर सिंह के नेतृत्व में राजस्व कर्मचारियों की टीम ने सर्वे किया जाएगा। इसको लेकर तहसील भवन में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसमें 9454 4163 62 नंबर डायल कर खतरे असुविधा की जानकारी दे सकते हैं।