उरई। धनतेरस पर जैसे-जैसे सूरज चढ़ा, वैसे-वैसे बाजार भी गुलजार होता गया। देर रात तक बाजार की सड़कें लोगों से भरी रहीं। सोने-चांदी, के जेवर, इलेक्ट्रॉनिक सामान की खूब खरीबारी हुई। लोगों ने दीयों, मोमबत्ती भी खरीदी। बाजार में भगवान के लिए भी नए-नए गहने और वस्त्र आकर्षण का केंद्र रहे। धनतेरस पर करीब 35 करोड़ का कारोबार हुआ है।

शहर के घंटाघर, बलदाऊ चौक, स्टेशन रोड, माहिल तालाब, जिला परिषद, कालपी स्टैंड पर खूब भीड़ रही। भीड़ के कारण जाम जैसा नजारा रहा। इलेक्ट्राॅनिक की दुकानों पर ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन, फ्रिज, एलसीडी की खूब खरीदारी की गई। फर्नीचर में दीवान, पलंग, सोफे महंगे होने के बाद भी खूब बिके। सोना-चांदी की खरीद भी खूब हुई।

चांदी के गणेश-लक्ष्मी बने सिक्के के साथ आभूषणों की खूब बिक्री हुई। बर्तन की दुकान पर भीड़ देर रात तक खत्म नहीं हुई। घंटी, आरती की थाली, पूजा का सामान, पीतल का लोटा, बोतल, कढ़ाई सहित कई बर्तनों की खरीद खूब हुई। दिवाली पर करीब तीन दिन बाजार में अधिक भीड़ रहती है।

दुकानदारों ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष से बाजार ने उछाल मारा है। सर्राफा कारोबारी राकेश माहेश्वरी ने बताया कि इस बार चांदी के सिक्के और भगवान की मूर्ति अधिक बिके हैं। करीब सात करोड़ के सोने-चांदी की बिक्री हुई है। इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी नितिन सिंह गुर्जर ने बताया कि फ्रिज, एसी, रूम हीटर, टीवी की खूब बिकी। करीब तीन करोड़ के सामान बिके हैं।

बाइक एजेंसी के संचालक शरद माहेश्वरी ने बताया कि इस बार बाइक बुकिंग और बिक्री पिछली वर्ष से अधिक रही है। करीब दस करोड़ की बाइक बिकी हैं। विवेक कुमार ने बताया कि कारों की बात करें तो उनके शोरूम से पिछली बार सात कार बिकी थी। इस बार संख्या दस पहुंच गई। जिले में करीब पांच करोड़ तक का बाजार गया है।

कपड़ा व्यापारी अनिल यादव ने बताया कि करीब दो करोड़ के कपड़े लोगों ने खरीद लिए हैं, जो कि पिछली बार की तरह ही है। बर्तन कारोबारी रविशंकर माहेश्वरी ने बताया कि बाजार की अगर बात करें तो बर्तन कोई ज्यादा महंगे नहीं आते हैं। करीब तीन करोड़ का बाजार रहा होगा। अगर फर्नीचर करोबारियों की मानें तो बाजार में दो करोड़ तक का फर्नीचर बिक गया है। मिठाई, दीया,मोमबत्ती, झाडू, मूर्ति, चूड़ी, भी खूब बिके। धनतेरस तक बाजार करीब 35 करोड़ तक पहुंच गया है। दिवाली तक 45 करोड़ रुपये तक कारोबार होने की उम्मीद है।

कोलकाता से आए भगवान

गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति तो कई जगह से आती हैं लेकिन इस बार कोलकाता, कालपी, कानपुर की मूर्ति कई खासियत समेटे हैं। दुकानदार विनय गुप्ता बताते हैं कि साल दर साल महंगाई भी बढ़ रही है। उसी के साथ दुकानदारी भी बढ़ रही है। भगवान की छोटी मूर्ति की कीमत बीस रुपये से लेकर 1100 रुपये तक की है। इसमें कई प्रकार की मूर्ति हैं। कुछ मूर्ति कवर्ड के अंदर हैं। जो रोशनी करती हैं।

भगवान के वस्त्र बेचने वाले शिवम बताते हैं। बाजार में पिछली बार से इस बार खूब भीड़ देखने को मिल रही है। वस्त्र भी कई नए आए हैं। जिससे भगवान जी अच्छे दिखेंगे। जिसमें पगड़ी बीस रुपये से लेकर 50 रुपये तक की है। पोशाक 100 रुपये से लेकर एक हजार तक की है। माला दस रुपये से 200 रुपये तक की है। चुनरी दस से 100 रुपये तक की है। कुबेर यंत्र 50 रुपये से 500 तक का है। श्रीयंत्र दस से 50 तक का है। कुछ स्टीकर आए हैं, जिसमें यंत्र बने हैं। जिनकी कीमत बीस रुपये से लेकर 200 रुपये तक की है।

मिठाई, रंगोली, पटाखे भी खूब बिके

मिठाई नमकीन की दुकान लगाए सागर बताते हैं। इस बार स्वाद न बिगड़े इस लिए पकवान अच्छे बनाए गए हैं। नमकीन 250 से लेकर 500 रुपये तक मिल रही है। बालूशाही 200 रुपये से 300 रुपये तक मिल रही है। इमरती 250 रुपये से 300 रुपये तक मिल रही है। रंगोनी बेचने वाले दुकानदार इरफान बताते हैं कि छलनी बीस रुपये से लेकर 100 रुपये तक है। रंगोली में भरे जाने वाले रंग दस रुपये के 100 ग्राम हैं। खीले 120 रुपये किलो बिकी तो लइया 80 रुपये किलो बिकी लाइची दाना 40 रुपये से लेकर 60 रुपये के पैकेट में बिके।

बिजली से चलने वाले पटाखे

दीपावली पर नए कपड़े पहनने की होड़ छोटे से लेकर बड़े में देखने को मिली। महिलाओं,लड़कियों ने इस बार नए ब्रांड पर ज्यादा भरोसा किया। सर्दी को लेकर भी खूब खरीदारी हुई। दुकानदार अमन कादरी ने बताया कि गर्म सूट 500 से लेकर तीन हजार तक बिका। जींस पेंट अधिक बिके। जिनकी कीमत 500 रुपये से लेकर दो हजार तक रही। टॉप तीन सौ रुपये से लेकर एक हजार तक बिकी, नायरा सूट भी खूब बिका। वहीं झालर दुकानदार लक्ष्मीनारायण सोनी ने बताया कि इस बार इलैक्ट्रॉनिक्स पटाखे आए हैं। जो झालर की तरह होते हैं। पटाखे की आवाज निकालते हैं। जिसकी कीमत 2500 रुपये है। झालर की कीमत सौ रुपये से लेकर 500 रुपये तक बिकी।

लक्ष्मी-गणेश के साथ कुबेर भी पहुंचे घर

जालौन। धनतेरस के साथ ही दीपावली के त्योहार का आगाज हो गया है। पांच दिनों तक चलने वाले इस त्योहार के पहले दिन बाजार में खरीदारों की भीड़ देर रात तक उमड़ी रही। लोगों ने धनतेरस पर सोने, चांदी के सिक्कों के अलावा बाइक, टीवी, वाशिंग मशीन, बर्तन आदि की जमकर खरीदारी की। युवाओं में ऑनलाइन खरीदारी की क्रेज दिखा। बाजार में पिछले वर्ष की तुलना में इस साल लगभग सभी वस्तुओं के दाम भी बढ़े हैं। इसके चलते आम आदमी का बजट बिगड़ चुका है। एक ओर जहां मध्यम वर्ग के पुरुष और महिलाओं ने दुकानों पर जाकर खरीदारी की। तो युवाओं में ऑनलाइन सामान खरीदने का क्रेज दिखा। नगर के दुकानदार वैभव अग्रवाल, अनमोल खन्ना, सराफा व्यापारी विशाल अग्रवाल, इलैट्रिक आइटम विक्रेता रामशरण विश्वकर्मा आदि से बताया कि इस बार बाजार में पहले की अपेक्षा अधिक रौनक रही। सभी आइटमों की दुकानों पर देर रात तक ग्राहकों ने खरीदारी की।



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