कदौरा। क्षेत्र के परौसा बिजली उपकेंद्र में सोमवार की दोपहर तब खलबली मच गया, जब परौसा, उदनपुर, कुसमरा बावनी सहित आधा दर्जन गांवों की 50 से अधिक महिलाओं ने पहुंचकर गेट पर ताला डाल दिया। इससे उपकेंद्र में मशीनें सही कर रहे कर्मी अंदर फंस गए। महिलाओं द्वारा हंगामा करने की जानकारी उपकेंद्र में मौजूद कर्मियों ने विद्युत अधिकारियों को दी।
हंगामे की सूचना पर पहुंचे एसडीओ राजेश पटेल ने महिलाओं को शांत कराते हुए आश्वासन दिलाया कि बिजली समय से मिलेगी। गिरजा देवी, सुनीता, सुशीला, कृष्णा देवी, विनीता, रामा देवी, राधा, रेखा, श्याम सुंदरी, नीलम आदि महिलाओं ने आरोप लगाया कि विगत दो सप्ताह से बिजली नहीं आ रही और कर्मचारी फोन नही उठाते। जबकि इसी उपकेंद्र से बागी, उदनपुर, इकौना, खुटमिली, इटौरा बावनी, रैला, जमरेही सहित 20 से अधिक गांवों की आपूर्ति होती है। महिलाएं करीब आधा घंटा उपकेंद्र में रहीं। एसडीओ राजेश पटेल ने बताया कि लोड के चलते मशीनों में दिक्कत आ रही है, काम चल रहा है। जल्द आपूर्ति बहाल होगी।
जर्जर बिजली लाइनों को लेकर डीएम को पत्र भेजा
कदौरा। थाना क्षेत्र के चंदरसी गांव में बिजली विभाग द्वारा डाले गए केबल व पोल जर्जर हैं। आए दिन हादसे होने से नाराज गांव के नितेंद्र सिंह सोनू, अमर सिंह, बाबूराम, पूरन सिंह, रुपेश, रिति, राकेश, विजय समेत बीस से अधिक ग्रामीणों ने डीएम को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि गांव में डाली गई बिजली लाइन पूरी तरह से जर्जर और पोल क्षतिग्रस्त हैं। आए दिन फाल्ट होने पर तार टूटकर गिर जाते है। तार जुड़वाने के लिए जब अधिकारियों को फोन करो तो कोई सुनता नहीं है। आरोप है कि टूटे तारों को जुड़वाने के नाम पर सुविधा शुल्क मांग की जाती है। रविवार को टूटे विद्युत तार की चपेट में आकर मुन्ना अहिरवार का सात वर्षीय पुत्र मंगल और पत्नी गुड्डी देवी झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एसडीओ राजेश पटेल ने कहा कि उन्होंने खुद टीम के साथ गांव का निरीक्षण किया है। जल्द तारों को सही कराकर नया केबल और खंभे लगवाए जाएगे।