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संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात अनुदेशकों के नवीनीकरण में प्रधानाध्यापक की आख्या महत्वपूर्ण होगी। अनुदेशकों का नवीनीकरण प्रधानाध्यापकों और खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट पर निर्भर होगा। यदि प्रधानाध्यापक या खंड शिक्षा अधिकारी किसी अनुदेशक की खिलाफ नकारात्मक रिपोर्ट लगाता है तो उन्हें इसका स्पष्ट कारण भी बताना होगा।
जिले के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कला शिक्षा, स्वास्थ्य, शारीरिक शिक्षा और कार्य शिक्षा के लिए विभिन्न विद्यालयों में 216 अनुदेशक विभिन्न विद्यालयों में तैनात है। इन्हें 11 महीने का मानदेय दिया जाता है और उनका हर साल नवीनीकरण होता है। नवीनीकरण खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से होता है।
विशेष सचिव स्कूली शिक्षा की ओर से भेजे गए निर्देश में अंशकालिक अनुदेशकों के नवीनीकरण के निर्देश दिए गए हैं। नवीनीकरण की प्रक्रिया 31 मई तक पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। बीएसए सचिन कुमार ने बताया कि अनुदेशकों के नवीनीकरण में संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों से शैक्षिक सत्र 2022-23 में लिए गए अवकाश का ब्योरा मांगा गया है। साथ ही अवकाश का कारण का ब्योरा भी स्पष्ट करने को प्रधानाध्यापक से कहा गया है।
इसके अलावा प्रधानाध्यापक से अनुदेशक के कार्य व्यवहार के बारे में भी रिपोर्ट मांगी गई है। प्रधानाध्यापक अपनी रिपोर्ट अपने ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजेंगे। खंड शिक्षा अधिकारी प्रधानाध्यापक की रिपोर्ट के आधार पर नवीनीकरण की संस्तुति या निरस्त करेंगे।
यदि खंड शिक्षा अधिकारी किसी अनुदेशकों के नवीनीकरण नहीं करना चाहते है तो उन्हें नवीनीकरण न करने संबंधी अपनी आख्या में इसका कारण स्पष्ट करना होगा। बीएसए ने नवीनीकरण के लिए जिला स्तर पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण विश्वनाथ दुबे को नोडल अधिकारी नामित किया है।
अनुदेशकों के अवकाश में भी संशोधन
जिला समन्वयक प्रशिक्षण विश्वनाथ दुबे ने बताया कि अंशकालिक अनुदेशकों का कार्यकाल एक जुलाई से 31 मई तक 11 माह का होता है। उन्हें मई तक का ही मानदेय मिलता है। जून माह का मानदेय नहीं मिलता है। इस बार उन्हें साल में दो बार अवकाश मिलेगा। ग्रीष्मकाल में 31 मई से 16 जून तक और शीतकाल में 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक अवकाश देय होगा।