कुठौंद। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर 26 जुलाई की रात 12 बजे से टोल शुरू होने की वजह कुठौंद के पास बने कट को बंद किया जा रहा है। इससे 100 गांवों के लोगों की आवागमन की मुसीबत बढ़ गई है। स्थानीय लोग खासे नाराज है। उन्हें 110 किलोमीटर लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि पुल की मरम्मत होने तक कट को चालू रखा जाए।

जालौन-औरैया पुल बंद होने की वजह से कुठौंद ब्लॉक की डेढ़ लाख से ज्यादा की आबादी पहले से ही परेशान थी। अब उनके लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी गई है। अभी तक क्षेत्रीय ग्रामीणों को औरैया आने जाने में 30 किलोमीटर का चक्कर पड़ता था लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के ऐकों गांव के पास कट बंद होने की वजह से की वजह से उन्हें यहां से जालौन जाना पड़ेगा।

वह छिरिया सलेमपुर के पास बने कट से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से होकर औरैया जाना पड़ेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे ऐकों स्थित कट बंद होने से करीब सौ गांव की दो लाख से ज्यादा आबादी को परेशानी होगी। कुठौंद, मदारीपुर ,हरसिंगपुर ,हदरुख, भदेख, टिकरी, ऊमरी,लोहई, शंकरपुर, सनगढ़ ,खेड़ा,बघावली, सिरसा कलार, ऐकों, मदनेपुर,मालपुर, पिपरी,सलेमपुर,धरमपुरा, रनधीरपुर, आल ,विजवाहा, रूरा जुगराजपुर आदि गांव के लोग ज्यादा परेशान होंगे।

रोज आने जाने वाले कर्मचारियों को होगी दिक्कत

औरैया निवासी शिक्षक आकर्ष श्रीवास्तव ने बताया वह रामपुरा ब्लॉक में शिक्षक हैं। यमुना पुल बंद होने की वजह से अभी वह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से कुठौंद होते हुए अपने विद्यालय पहुंचते थे लेकिन कट बंद होने की वजह से अब बहुत अधिक दूरी बढ़ जाएगी। जिससे समय भी अधिक लगेगा। उनका कहना है कि रोज आने वाले कर्मचारियो की कट बंद होने से मुसीबतें बढ़ गई हैं। जल्दबाजी में एक्सीडेंट की घटनाएं बढ़ेगी। उन्होंने मांग की है यमुना पुल शुरू होने तक कट को बंद न किया जाए।

दूर से आने से बढ़ जाएंगे सब्जियों के दाम

सब्जी दुकानदार हनीफ खान ने बताया औरैया से प्रतिदिन यमुना पुल होते हुए सब्जी लेकर आते थे। उसके बाद यमुना पुल मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया। जिससे वह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के एकों कट से औरैया मंडी से सब्जी लेकर आते थे लेकिन अब कट बंद होने से उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। उनका कहना है दूरी बढ़ने से सब्जी के भाव आसमान छुएंगे। टाइम से मंडी भी नहीं पहुंच पाएंगे। जिससे सब्जी भी अच्छी नहीं मिलेगी कट बंद होने से उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है।

दूरी के साथ बढ़ेगा खर्चा

कुठौंद निवासी ऋषभ मिश्रा ने बताया दुग्ध प्लांट में नौकरी करते हैं। पुल बंद होने से अभी तक एकों पर बने कट से होकर औरैया जाते थे। जिससे उनका पहले से ही साठ रुपये का अतिरिक्त खर्चा होता था। अब कट बंद होने से आने जाने की दूरी सौ किलोमीटर बढ़ गई है अब उनको दो सौ रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे और समय भी अधिक लगेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर गलत समय पर पुल की मरम्मत कराई है। सरकार चाहती तो नौ महीने में पुल को ठीक करा सकती थी। उनका कहना है हम लोगों को शेरगढ़ पुल सही होने तक इसी कट से औरैया जाने दिया जाए।

बच्चों की पढ़ाई होगी प्रभावित

टिकरी गांव के कृष्णहरी तिवारी ने बताया कि उनके बच्चे औरैया पढ़ने जाते हैं। यमुना पुल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पहले से ही प्रभावित हो रही थी। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का कट बंद होने की वजह से बच्चों को स्कूल आने जाने में 110 किलोमीटर की दूरी बढ़ जाएगी। जिससे तीन घंटे का समय भी अधिक लगेगा। अब उन्हें बच्चों की पढ़ाई की चिंता सता रही है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से मांग की है यमुना पुल सही होने तक बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के कट को चालू रखा जाए।

किसानों ने प्रदर्शन कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

कुठौंद। विकासखंड परिसर कुठौंद में भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने ब्लॉक कुठौंद में एक्सप्रेसवे पर बने कट को बंद करने के विरोध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम और सीओ जालौन को दिया। किसानों ने बताया कि जब तक शेरगढ़ घाट यमुना पुल की मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक इस एको वाले कट को बंद न किया जाए। इस कट से लगभग एक हजार बच्चे रोजाना पढ़ाई लिखाई के लिए औरैया जाते है। व्यापारी अपना सामान लेने जाते है और रोजाना की तरह सब्जी दुकानदार भी सब्जी मंडी के लिए जाते रै और यदि बंद होता है तो बहुत दिक्कत होगी। इस पर एसडीएम ने किसानों को भरोसा दिया कि वह अपना मांगपत्र शासन को भेज देंगे। वहां से जो निर्देश आएंगे। उसका अनुपालन कराया जाएगा। किसान यूनियन के उपाध्यक्ष पालम सिंह पाल ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों की मांग नहीं मानी जाती तो वह धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान श्रीकांत चतुर्वेदी मुखिया ,ब्लॉक अध्यक्ष इंदु त्रिपाठी,पूर्व जिला पंचायत सदस्य राधेलाल ,रामस्वरूप आल, कृपाल सिंह, लल्लूराम, सुदामा प्रसाद, अमित कुलश्रेष्ठ, रामस्वरूप, भगवानदास, राजेंद्र सिंह, विजय शंकर आदि मौजूद रहे। (संवाद)



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