उरई। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (बूटा) कार्यकारिणी की सिटी सेंटर में हुई बैठक में अपनी मांगों को लेकर 22 अगस्त से होने वाली विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं के बहिष्कार का निर्णय लिया लिया।
बैठक में बूटा के अध्यक्ष डॉ. अशोक सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ (फुपुक्टा) के तत्वावधान में निजी महाविद्यालयों को छोड़कर केवल शासकीय और अनुदानित महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के लिए अनिवार्य बायोमैट्रिक उपस्थिति लागू करने के तुगलकी फरमान के विरोध, पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षकों को मेडिकल सुविधा,अनुदानित महाविद्यालयों में तैनात स्ववित्तपोषित शिक्षकों के समान कार्य, समान वेतन और उनके स्थायीकरण की मांग पर शिक्षक आंदोलित है।
उन्होंने कहा कि बायोमैट्रिक उपस्थिति के विरोध में 22 अगस्त को विश्वविद्यालय मुख्यालय झांसी में विरोध प्रदर्शन की स्थिति में सभी शिक्षक उक्त दिवस में सामूहिक अवकाश पर रहेंगे तथा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में सहयोग नही करेंगे। महामंत्री डॉ. अनिरुद्ध गोयल ने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रत्येक माह परीक्षा करा रहा है जिससे महाविद्यालयों में पठन- पाठन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
बूटा संयुक्त मंत्री डॉ. नमो नारायण ने बताया कि कार्यकारिणी की अगली बैठक ब्रह्मानंद कॉलेज, राठ में प्रस्तावित है। इस दौरान डॉ. सुरेंद्र सिंह, डॉ. अनूप शुक्ल, देवेंद्र नाथ, बृजेंद्र बौद्ध, डॉ. डीपी सिंह, डॉ. अनिल बाजपेई, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. उमेश यादव,सुरेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।