उरई। शपथ न दिलाने का आरोप लगाकर भाजपा सभासदों ने रविवार को नगर पालिका में हंगामा किया। इनका आरोप है कि पालिका ईओ ने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर तो करा लिए, लेकिन उन्हें शपथ नहीं दिलाई। सूचना पर पहुंचे पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि और पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराया।
शनिवार को नगर पालिका के टाउनहॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के 14 नवनिर्वाचित सभासदों ने शपथ ग्रहण नहीं की थी। इनको छोड़कर सभी सभासदों और पालिका अध्यक्ष ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी। रविवार की सुबह दस बजे भाजपा के सभी सभासद शपथ लेने नगरपालिका पहुंच गए। इनका आरोप है कि पालिका ईओ विमलापति ने हस्ताक्षर तो करा लिए, लेकिन शपथ किसी भी सभासद को नहीं दिलाई और बिना बताए ही चले गए।
पार्टी के कुछ नेताओं ने पदाधिकारियों से शपथ दिलाने की बात कही, लेकिन सभासद राजी नहीं हुए। सभासदों ने मांग की कि कोई अधिकारी ही शपथ दिलाए, नहीं तो हमारे कागज वापस किए जाएं। इसके बाद सभासदों ने पालिका में हंगामा शुरु कर दिया और पालिका कार्यालय के ताले तोड़ने की बात कहने लगे। पालिका का एक अधिकारी पालिका पहुंचा है तो उसका भी घेराव कर लिया।
हंगामे की सूचना पर पालिकाध्यक्ष के प्रतिनिधि विजय चौधरी भी मौके पर पहुंचे। नाराज सभासदों से बातचीत करते है। थोड़ी देर बाद पुलिस भी आ गई। पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि ने किसी दूसरे दिन शपथ दिलाने का आश्वासन दिया। तब जाकर सभासद शांत हुए। सभासदों का कहना है कि पहले दिन ही हमारे साथ इस तरह का बर्ताव किया गया। बिना शपथ के ही लौटा दिया। इस संबंध ईओ विमलापति का कहना है कि अगर सभासद संतुष्ट नहीं हैं तो उनसे बातचीत की जाएगी। उनकी नाराजगी दूर की जाएगी।