उरई। डीएम चांदनी सिंह ने सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक ली। इसमें भूमि संरक्षण विभाग द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं पर डीएम बिफर गई। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सीडीओ के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सबसे पहले दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना की समीक्षा की। इस दौरान भूमि संरक्षण अधिकारी प्रथम गौरव यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी,द्वितीय भीमसेन, भूमि संरक्षण अधिकारी डीपीएपी शहाबउद्दीन एवं भूमि संरक्षण अधिकारी, परितोष मिश्रा द्वारा कराए गए जल संरक्षण बंधियों की समीक्षा की गई। गड़बड़ी मिलने पर डीएम ने कराए गए कार्यों का सत्यापन कराने के लिए सीडीओ की अध्यक्षता की कमेटी गठित करने के निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि किसानों को लाभ बरसात के बाद मिलेगा, जिसमें किसान फसलों की बुवाई समय से कर पाएगा तथा अधिक उत्पादन मिलेगा तब पुन: एक बार कृषकों का फीडबैक लिया जाए। उन्होंने सभी बंधियोें के काम की ड्रोन कैमरा से वीडियो बनाकर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने खेत तालाबों की समीक्षा की। जिसकी प्रगति संतोषजनक नहीं मिली। प्रति इकाई लक्ष्य 105-105 एवं जनपद का लक्ष्य 417 में मात्र 27 तालाबों पर कार्य पाया गया।
डीएम ने भूमि संरक्षण अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिक से अधिक कृषकों का पंजीकरण कराकर जून के अंत तक लक्ष्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। इस मौके पर किसान यूनियन के पदाधिकारियों से भी डीएम ने फीडबैक लिया। बैठक में सीडीओ डॉ. अभय कुमार श्रीवास्तव, भूमि संरक्षण विभाग के उपनिदेशक धर्मेंद्र कुमार, उप कृषि निदेशक एसके उत्तम, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव आदि मौजूद रहे।