उन्नाव। जिस पति ने मजदूरी कर पत्नी को पढ़ा लिखाकर नौकरी के लायक बनाया अब वही पत्नी पुलिस विभाग में सिपाही होने के बाद उससे पीछा छुड़ाना चाहती है। बाराबंकी जिले में तैनात सिपाही ने पति से तलाक लेने के लिए कोर्ट में पेपर दाखिल करने के साथ दूसरे से सगाई भी कर ली है। पीड़ित ने सीओ के साथ मुख्यमंत्री को भी प्रार्थनापत्र भेजा है।
एसडीएम ज्योति मौर्य का प्रकरण अभी खत्म नहीं हुआ कि उन्नाव में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। अचलगंज थानाक्षेत्र के कोकारीकला गांव निवासी विजयपाल ने बुधवार को सीओ मायाराय को शिकायती दिया है। इसमें बताया कि उसकी शादी साल 2010 में माखी थानाक्षेत्र के एक गांव में हुई थी। शादी के बाद पत्नी ने पढ़ने की इच्छा जताई तो मेहनत मजदूरी कर जुटाए गए रुपयों से पत्नी को पढ़ाया। साल 2016 में पुलिस विभाग में सिपाही पद पर बाराबंकी में तैनाती हो गई।
आरोप है कि सिपाही बनने के बाद उसका व्यवहार ससुराल के प्रति खराब हो गया। उसने धमकी दी कि दूर रहो, पुलिस विभाग में हूं, फर्जी मुकदमे में फंसाकर अंदर करा दूंगी। कहा कि वह अब कहीं और शादी करेगी। इसके बाद साल 2019 में तलाक के लिए कोर्ट में वाद दायर कर दिया।
बाराबंकी थाना में तैनात महिला सिपाही से पता चला कि पत्नी ने दूसरे व्यक्ति से सगाई कर ली है। जल्द ही दोनों ने शादी की बात कही है। पीडि़त पति ने शादी रुकवाने के साथ पत्नी और उसके परिजनों पर कार्रवाई की मांग की है। सीओ ने बताया कि प्रार्थनापत्र मिला है। मामले की जांच की जा रही है।