फोटो संख्या-48- पुलिस से बात करते सपा जिलाध्यक्ष और अन्य नेता।
माधौगढ़ में सपा प्रत्याशी के हारने पर हंगामा
मतगणना स्थल पर धरने पर बैठे सपा जिलाध्यक्ष
बसपा के प्रत्याशी के समर्थन में आईं महिलाओं ने किया हंगामा
संवाद न्यूज एजेंसी
माधौगढ़। बुंदेलखंड इंटर कॉलेज में चल रही मतगणना स्थल पर मतगणना के दौरान खूब बवाल हुआ। पत्थरबाजी में पुलिस की कार और एक प्रत्याशी की सेंट्रो कार क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने किसी तरह उपद्रवियों को खदेड़ा। इस मामलेमें आधा दर्जन महिला और आठ पुरुषों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
ऊमरी नगर पंचायत सीट से सपा प्रत्याशी विपेंद्र सिंह लगातार बढ़त बनाए हुए थे। आखिर में 24 वोटों से वह जीत रहे थे लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी विजय कुमार भदौरिया ने आपत्ति जताते हुए दोबारा गिनती कराने के लिए दावा ठोक दिया। दोबारा हुई गिनती में सपा प्रत्याशी की 64 वोट से हार हो गई। इस पर वहां हंगामा हो गया। सपा प्रत्याशी की हार की घोषणा होते ही सपा के जिलाध्यक्ष दीपराज गुर्जर, बालकराम पाल, पूर्व विधायक शिवराम कुशवाहा मौके पर पहुंच गए और धरना देने की घोषणा कर दी। सपा नेता पुलिस फोर्स के साथ बात कर रहे थे कि रामपुरा के बसपा प्रत्याशी सूरजपाल के हारने की खबर सुनकर लगभग 50 महलाएं मतगणना स्थल पर पहुंच गईं और हंगामा करने लगीं। कई महिलाएं मतगणना स्थल पर पहुंच गईं। पुलिस महिलाओं को वापस कर रही थी कि तो महिलाएं उग्र हो गई। महिलाएं पुलिस फोर्स के ऊपर पत्थर मारने लगीं। जिससे पुलिस फोर्स में भगदड़ मच गई। पुलिस फोर्स ने मोर्चा संभाला। बाद में पुलिस आधा दर्जन महिलाएं व आठ पुरूषों को हिरासत में ले लिया है। पत्थर से माधौगढ़ कोतवाल की गाड़ी का आगे शीशा टूट गया। एक प्रत्याशी की सेंट्रो कार के शीशे टूट गई। माधौगढ़ सीओ मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस अधीक्षक ईराज राजा भी मौके के लिए रवाना हो गए थे।
फोटो संख्या-42- प्रत्याशी के पुत्र पूर्व सभासद शादाब को कार में बैठाकर ले जाती पुलिस।
मीडिया प्रभारी से झड़प
उरई। जीआईसी के मतगणना स्थल पर एक बसपा कार्यकर्ता की भाजपा के मीडिया प्रभारी के साथ झड़प हो गई। आरोप है कि मीडिया प्रभारी ने बसपा कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिया। इस पर बसपा कार्यकर्ता हंगामा करने लगे। बसपा कार्यकर्ताओं के हंगामे से नाराज भाजपाई धरने पर बैठकर हंगामा करने वालों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह समझा बुझाकर मामला शांत कराया।