संवाद न्यूज एजेंसी
कालपी।
पुलिस जवानों के द्वारा अधिकारियों की मौजूदगी में कस्बे के चौराहे पर दंगा नियंत्रण अभ्यास के दौरान मिर्ची बम एक किशोरी पर गिर गया। भय के मारे किशोरी अचेत हो गई। इसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस की आठ टीमें बनाकर मॉकड्रिल की। इसमें पुलिस जवानों ने एक तरफ बलवाइयों की टीम रही। मॉकड्रिल के दौरान बलवाइयों ने नारेबाजी की। जिनको नियंत्रित करने के लिए पुलिस टीम ने आंसू गैस, मिर्ची बस, लाठी जार्च आदि किया।
रिहर्सल के दौरान एक मिर्ची बम का गोला पास के मकान में गिरा। जिससे 12 वर्षीय किशोरी अचेत हो गई। परिजन उसे अस्पताल ले गए। कस्बा के मुन्ना फुलपावर चौराहे पर मंगलवार को एएसपी असीम चौधरी, एसडीएम केके सिंह की मौजूदगी में पुलिस के जवानों ने दंगा नियंत्रण की रिहर्सल की। पुलिस के जवानों को अलग अलग टीमों में बांटा गया। जिसमें बलवाइयों की टीम में नारेबाजी करते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पुलिस के अभयास के दौरान प्रयोग किया गया मिर्ची बम पास ही मौजूद बाइक मिस्त्री परवेज के घर पर गिरा। जिससे उसकी 12 वर्षीय बेटी शबनूर अचेत हो गई। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसका उपचार चल रहा है। इस दौरान सीओ डॉ, देवेंद्र पचौरी, आरआई पारसनाथ चौधरी, कोतवाल जितेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे। सीओ ने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान जो बम प्रयोग किया जाता है, वह डमी होता है। इसमें ज्यादा खतरा नहीं होता है।