संवाद न्यूज एजेंसी, जालौन
Updated Sat, 22 Jul 2023 12:15 AM IST
कालपी। बाढ़ की आंशका कम होने की वजह से भले ही प्रशासन राहत की सांस ले रहा हो, लेकिन 11 दिन में यमुना का जलस्तर चार मीटर से ज्यादा बढ़ चुका है। यह अब खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है।
विभागीय जानकारी के अनुसार यमुना का जलस्तर आठ जुलाई को बढ़ना शुरू हुआ था। हालाकि पानी वढ़ने की रफ्तार बेहद कम रही और 10 दिन में महज पांच मीटर बढ़ सका है। बाढ़ नियंत्रण केंद्र के प्रभारी विनोद सिंह और मीडिया प्रभारी रूपेश कुमार के अनुसार यमुना में अभी बाढ़ के हालात नहीं है। यदि तेज बारिश होती है तो जलस्तर बढ़ने में तेजी दिख सकती है। शुक्रवार को नदी का जलस्तर 100.60 मीटर दर्ज किया है और नदी के पानी बढ़ने की रफ्तार एक सेमी प्रति घंटा दर्ज की गई है।
इस बीच शुक्रवार को राहत चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें मौजूद अपर जिलाधिकारी ने बाड़ से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस मौके पर लेखपाल जितेंद्र सिंह प्रधान बाल सिंह हीरा बाबू उजागर लाल महेश दिनेश बबलू आदि ग्रामीण उपस्थित रहे