कालपी। यमुना नदी में धीरे-धीरे बढ़ते जलस्तर को देख प्रशासन ने यमुना के साथ-साथ नून और बेतवा नदी के किनारों पर बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी हैं। बारह बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं, जो बाढ़ से वक्त लोगों की मदद करेंगी।
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, महेवा ब्लॉक में यमुना और नून नदी के किनारे नौ और कदौरा में बेतवा के किनारे तीन बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। इसमें ब्लॉक कार्यालय के अलावा एमएससी इंटर कॉलेज महेवा, प्राथमिक विद्यालय इकौना, पंचायत भवन जीतामऊ, पंचायत भवन सिमरा शेखपुर आदि हैं। इनकी जिम्मेदारी राजस्व कर्मचारी के अलावा प्रधानों को सौंपी गई है। कालपी में 24 घंटे के अंदर यमुना का जलस्तर एक मीटर से अधिक बढ़ गया है। यमुना के तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को सतर्क किया गया है। बढ़ते जलस्तर से लोगों की भी धड़कनें तेज हो गई हैं। लोग चिंता में हैं और प्रशासन व बाढ़ चौकियों से राहत संबंधित जानकारी भी ले रहे हैं।
तीन साल से लगातार बाढ़ आने की वजह से लोगों को इस बार भी डर सता रहा है। केंद्रीय जल आयोग के प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया कि रविवार को जलस्तर 98.44 मीटर पर पहुच गया है। आयोग की टीम जल स्तर पर निगरानी कर रही है। टीम में सौरभ, मनोज, विवेक शामिल हैं। यमुना अभी खतरे के निशान से 9.56 मीटर नीचे है। वहीं, बेतवा में खतरे का निशान 122.66 मीटर है, जबकि जलस्तर 109.02 मीटर है।