फोटो-38-विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक लेती डीएम चांदनी सिंह।
लापरवाही बरतने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का वेतन रोका
पौधरोपण अभियान के लिए कार्ययोजना न बनाने पर अधिकारियों को लगाई फटकार
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई शासन के शीर्ष प्राथमिकता के 37 बिंदुओं की विकास कार्यों की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में हुई। समीक्षा बैठक में डीएम चांदनी सिंह ने जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा पौधरोपण के निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कार्ययोजना नहीं बनाने पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही निर्देशित किया गया कि पौध उठान व गड्ढा अभी से ही खोद लिए जाएं ताकि 22 जुलाई को वृहद स्तर से वृक्षारोपण किया जा सके। उन्होंने विभागीय कार्यों में रुचि न लेने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए।
डीएम ने सभी जिला स्तरीय अधिकारी को निर्देशित किया कि जन सुनवाई व आईजीआरएस में शिकायत डिफाल्टर होने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस से प्राप्त शिकायतों का संबंधित शिकायतकर्ता से रैंडम जांच की जाएगी अगर शिकायत में फर्जीवाड़ा व असंतोष फीडबैक पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। डीएम ने बिजली उपलब्धता, सड़कों का चौड़ीकरण, गड्ढामुक्त, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, निराश्रित गोवंश, पशु टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड, जन आरोग्य योजना, ऑपरेशन कायाकल्प, सामाजिक पेंशन, कन्या सुमंगला योजना आदि योजनाओं की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को गड्ढा मुक्त अभियान चलाकर बरसात में क्षतिग्रस्त हुए सड़कों की मरम्मत किए जाने पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर किनारों पर अतिक्रमण करने वालों को नोटिस देते हुए हटाए जाने की कार्यवाही किए जाने के लिए निर्देशित किया। आयुष्मान कार्ड कि धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत सहायकों के सहयोग लेकर आयुष्मान कार्ड की प्रगति में तेजी लाए जाने हेतु निर्देशित किया। डीएम ने बीएसए को निर्देश दिया कि ऑपरेशन कायाकल्प योजना के तहत सभी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय, पेयजल व्यवस्था, फर्नीचर, बिजली, लाइटिंग का कार्य सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो। अध्यापकों की उपस्थिति समय से सुनिश्चित हो इसके लिए स्वयं निरीक्षण कर लापरवाह शिक्षकों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इस दौरान सीडीओ भीम जी उपाध्याय, सीएमओ डॉ एनडी शर्मा, परियोजना निदेशक शिवाकांत द्विवेदी, श्रम रोजगार उपायुक्त अवधेश दीक्षित, डीएफओ जयप्रकाश नारायण तिवारी, डीडीओ सुभाष चंद्र त्रिपाठी आदि अधिकारी मौजूद रहे।