संवाद न्यूज एजेंसी
कालपी।
बकरीद में कुर्बानी देना सबके लिए फर्ज है। दारुल उलूम गौसिया मजीदिया के प्रबंधक हाफिज इरशाद अशरफी ने बताया कि शांति सौहार्द से त्योहार मानने से ही कुर्बानी सफल होगी। ऐसा कोई काम न करे जिससे किसी भावना आहत हो। हाफिज ने बताया कि इस्लामी साल का यह आखरी महीना है। जिसे बकरीद के नाम से जाना जाता है। इस माहे मुबारक की बहुत ही शान है। इसका चांद नजर आते ही हर दिल में उस अजीमुश्शान कुर्बानी की याद ताजा हो जाती है। जिसकी मिसाल कोई पेश नहीं कर सकता है। जो कुर्बानी की जाती है। ये हजरत इब्राहीम की प्यारी सुन्नत है। उन्हीं की सुन्नत को अदा करने के लिए मुसलमान अपने जानवरों की कुर्बानियां पेश करता है। उन्होंने कहा कि जहां भी कुर्बानी हो उस जगह को खुला न होना चाहिए। किसी शामियाने से उस जगह को पर्दा कर लें। जानवरों के निकले हुए मलवे को नालियों में या रोड पर न डाले। जिन जगहों पर मलबा डालने का इंतजाम नगर पालिका की तरफ से किया गया हो, उसी जगहों पर इसको डालें। साफ-सफाई का ख्याल रखें।
मर्यादित तरीके से करें कुर्बानी, अवशेषों का निस्तारण भी : एसडीएम
कोंच।
आगामी 29 जून को होने वाले बकरीद को लेकर शुक्रवार को कोतवाली में आयोजित शांति समिति की बैठक में अधिकारियों ने त्योहार सद्भाव के साथ मनाने की अपील की। साथ ही हिदायत भी दी कि प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी से दूर रहें। ऐसी किसी भी सूचना पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित है।
एसडीएम अंगद सिंह यादव की अध्यक्षता और सीओ रामसिंह यादव की मौजूदगी में कोतवाली में बुलाई गई पीस कमेटी की बैठक में अधिकारियों ने कहा कि पर्वों और त्योहारों को मनाने का सही आनंद प्रेम, सद्भाव और भाईचारे में ही है। कोंच की गंगा जमुनी तहजीब की इस मामले में मिसाल दी जाती है। बैठक में लोगों ने त्योहार में बिजली, पानी व साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था रखने की बात रखी। इस दौरान कोतवाल नागेंद्र पाठक, इंस्पेक्टर क्राइम वीरेंद्र सिंह, एसडीओ विद्युत अनिरुद्ध कुमार मौर्या, जेई विद्युत ग्रामीण अंकित सोनी, पालिका से आरआई सुनील कुमार, काजी वशीरउद्दीन, हाजी रहम इलाही कुरैशी, सरनाम सिंह यादव, अजय रावत, कढोरेलाल यादव, मिरकू महाराज आदि रहे।