संवाद न्यूज एजेंसी
माधौगढ़। बरसात के दौरान कस्बा में जलभराव को की समस्या को लेकर गुरुवारल को नगर पंचायत अध्यक्ष, ईओ व जेई सिंचाई विभाग के साथ मढ़ा के पास निकले रजवाहा में बनी साइफन का निरीक्षण किया। जो चोक मिला। अधिकारियों ने टीम ने साइफन (पानी निकासी का रास्ता) की सफाई होने से कस्बा में जलभराव समाप्त होने की बात कही।
बता दें कि दो वर्षों में कस्बा में जलभराव बड़ी समस्या हो गई है। नगर पंचायत अधिकारियों ने कस्बा स्थित नालों की सफाई कराई गई फिर भी पानी की निकासी नहीं हो सकी। मानसून आने से नगर पंचायत अधिकारियों में कस्बा में जलभराव को लेकर चिंतित दिखें। इसी के चलते डिकौली, मिहौनी होते हुए मढ़ा के पास होते हुए पहूज नदी में चला जाता है। नगर पंचायत अध्यक्ष राघवेंद्र व्यास, ईओ अमित नायक व जेई सिंचाई विभाग अरविंद कुमार ने मढ़ा के पास निकले रजवाहा में बने साइफन की जांच की। साइफन चोक होने पर पानी की निकासी न हो पाने से जलभराव की समस्या खड़ी हो जाती है। ईओ का कहना है कि साइफन चोक होने से कस्बा में जलभराव की बन जाती है। इसी के चलते मानसून के पहले जेई सिंचाई विभाग को साइफन साफ करने को कहा गया है। जेई सिंचाई विभाग अरविंद कुमार का कहना है कि दो तीन दिन बाद साइफन की सफाई करा दी जाएंगी।
पानी की अधिकता से आवागमन हो जाता है बंद
राजेश सिंह का कहना है कि पिछले वर्ष बारिश होने से जवाहर नगर,आंबेडकर नगर, तहसील परिसर, सीओ परिसर पर घुटनों तक पानी भरा रहा था। पानी निकासी न होने से पानी निकासी में महीनों लग गए थे। पानी की अधिकता के चलते आवागमन बंद सा हो गया था।
तहसील आने वाले लोगों को होती है परेशानी
एडवोकेट विपिन कुमार सिंह का कहना है कि तहसील परिसर में घुटनों तक पानी भर जाने से हालात खराब हो गए थे। पानी भरे होने से वादकारियों ने आना बंद कर दिया था। तत्कालीन एसडीएम अंगद सिंह ने काफी जद्दोजहद के बाद पानी की निकासी हो सकी।