उरई। छह महीने पहले वंचित क्षेत्रों में घरों तक पानी पहुंचाने के लिए सात नलकूपों का प्रोजेक्ट धरातल पर उतारा था, लेकिन अब तक जल निगम चार नलकूप चालू नहीं कर सका है। पूरी गर्मी पानी को मोहताज रही छह हजार की आबादी आज भी पानी ढोने को विवश है। ऐसा इसलिए है कि कहीं बिजली कनेक्शन नहीं हुआ तो कहीं अधूरी पाइप लाइन की वजह से सप्लाई चालू नहीं हो सकी है।
पानी किल्लत दूर करने के लिए जनवरी 2023 में जल निगम को सात नए नलकूप शहर में लगाने थे। करीब तीस लाख की लागत से एक नलकूप लगना था, इससे 12 सौ से ज्यादा की आबादी को पानी की समस्या से छुटकारा मिलना था। कार्यदायी संस्था को बिजली कनेक्शन व पाइप लाइन डालने के बाद हैंड ओवर करना था।
विभाग के अनुसार, चुर्खी बाईपास, इकलासपुर, डिग्गी ताल के पास तीन नलकूप चालू कर दिए गए, जबकि गांधी इंटर कॉलेज के पास, सुशील नगर, कालिदास मार्ग व बेरी वाले बाबा के पास में स्थापित चार नलकूप पाइप लाइन व बिजली कनेक्शन की वजह से चालू नहीं हो सके हैं। इस वजह से वहां के लोगों को टैंकरों के माध्यम से पानी लेना पड़ रहा है। लोगों को दूसरे क्षेत्रों से भी पानी ढोने को विवश होना पड़ रहा है।
लोगों की बात
गांधी नगर निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि पानी को लेकर गर्मी में काफी परेशानी रहती है। आसपास हैंडपंप भी नहीं है। इसलिए बच्चों के साथ दूर-दराज व टैंकर से पानी ढोकर लाना पड़ता है। राजेंद्र नगर निवासी रामकली ने बताया कि पानी के लिए बहुत परेशान होना पड़ता है। टैंकर से पानी भरते हैं। नया नलकूप लगने के बाद भी जल निगम पानी उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। सुशील नगर निवासी अजय कुशवाहा ने बताया कि जानकारी हुई थी। नलकूप लग रहे हैं। लेकिन अभी तक चालू नहीं हो सके। पानी को लेकर गर्मी में बहुत परेशान होना पड़ता है। सुशील नगर निवासी प्रीतम ने बताया कि पानी को लेकर कई साल से यह परेशान झेलनी पड़ रही है। गर्मी में तो टैंकरों से पानी भरना पड़ा था। अब तो नल ठीक करा लिया, जिससे कुछ राहत मिली है।
वर्जन –
जल निगम ने छह माह पहले नलकूप स्थापित किए। तीन नलकूप चालू हैं, चार नलकूप बजट के अभाव में चालू नहीं हो सके हैं। चार में कनेक्शन नहीं हो सके हैं। जल निगम के अधिकारी बजट मिलने के बाद काम पूरा करने की बात कह रहे हैं। -अनिल कुमार, एक्सईएन जल संस्थान।