कोंच। इस बार कोंंच में निकाय चुनाव कई मायनों में काफी दिलचस्प होने वाला है। इस बार पालिका के सभी वार्डों की सूरत बदली नजर आ रही है। वार्डों के बेतरतीब निर्धारण से कई नेताओं के समीकरण गड़बड़ा गए हैं। सीमा विस्तार वाले इलाके जिन वार्डों में जोड़े गए हैं, उन वार्डों में जातीय समीकरण बुरी तरह गड़बड़ा गए हैं। पालिका सीमा विस्तार के बाद यह पहला चुनाव है जिसमें 52 हजार 493 मतदाता अपने शहर की सरकार चुनने वाले हैं। इस चुनाव में सीमा विस्तार वाले इलाकों को शामिल करने के बाद 5 हजार 259 वोटों का इजाफा हुआ है।

मतदाता सूची पुनरीक्षण से पहले यहां की मतदाता संख्या 47,234 थी जो दिसंबर 2022 में हुए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम में बढ़कर 51,624 हो गई थी। इसके बाद ओबीसी आरक्षण को लेकर मामला कोर्ट में जाने के बाद जब एक बार फिर 2023 में पुनरीक्षण हुआ तो वोटर संख्या 52,493 हो गई। वर्ष 2022 में ही पालिका क्षेत्र का सीमा विस्तार हुआ है, जिसमें पालिका क्षेत्र के आसपास की आबादी का भी समायोजन किया गया है। अभी चूंकि वर्ष 2021 की जनगणना हुई नहीं है सो वर्ष 2011 की जनगणना को आधार बना कर वार्डों का पुनर्निर्धारण किया गया है।

कोंच निकाय क्षेत्र में 25 वार्ड हैं। वार्डों में मतदाताओं की संख्या में एकरुपता नहीं होने के कारण उनका क्षेत्र घटाया-बढ़ाया गया है। ऐसी स्थिति में वार्डों की सूरत के साथ जातीय समीकरण भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुए हैं। नए बदलाव को लेकर ऐसे कइयों के अरमानों पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है जो पिछले कई महीनों से वार्ड सभासदी के लिए तैयारी करने में जुटे थे। उनके लिए परेशान करने वाली बात यह है वे महीनों से इस बदली हुई व्यवस्था का अध्ययन करने में जुटे हैं लेकिन अभी भी गणित उनके समझ में नहीं आ रहा है। इसके अलावा अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के लिए भी बदले हुए जातीय समीकरण परेशानी का सबब बने हैं। जोड़ घटाने के बाद वार्डों की जो वोटर संख्या है उसमें सबसे ज्यादा 4,163 वोटर पटेल नगर पूर्वी वार्ड संख्या 19 में हैं। वोटरों की संख्या के लिहाज से सबसे छोटा वार्ड सात प्रताप नगर दक्षिणी है। इसमें सिर्फ 1,216 वोटर हैं।



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