फोटो-18-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मरीज देखती सीएचओ।
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। घर के नजदीक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में जिले में क्रियाशील हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों ने अच्छा काम किया है। शासन के निर्धारित मानक पूरे करने में जालौन जनपद पूरे प्रदेश में टॉप पर है।
सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कार्यक्रम की शुरूआत 14 अप्रैल 2018 को हुई थी। लोगों को घर के नजदीक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने बधाई देेते हुए स्वास्थ कर्मियों को ऐेसे ही बेहतर ढंग से काम करने के लिए उत्साहित किया है।
डीसीपीएम डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में आयुष्मान भारत के तहत 156 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर , 25 ग्रामीण पीएचसी और पांच नगरीय पीएचसी संचालित हैं। 2022-23 में शासन की ओर से आठ मानकों पर पोर्टल पर उपकेंद्रों की क्रियाशीलता, डेली रिपोर्टिंग, मासिक रिपोर्टिंग, जन आरोग्य समिति की बैठकें, योग, स्वच्छता, सामुदायिक जागरूकता जैसी 10 या उससे अधिक वेलनेस गतिविधियों, महीने में 400 से अधिक ओपीडी रिपोर्टिंग, सभी उपकेंद्रों में क्रियाशील ब्लड प्रेशर, ग्लूकोमीटर, उपकरणों की उपलब्धता, ई संजीवनी के माध्यम से टेली कंसल्टेशन ओपीडी करने के मामले में जिले ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
जालौन 85.8 प्रतिशत अंक के साथ पहले स्थान पर है। फैजाबाद जनपद को 83.4 अंक के साथ दूसरे और ज्योतिबा फूले नगर को 78.8 अंक के साथ तीसरा स्थान मिला है। झांसी जनपद 77.6 अंक के साथ प्रदेश में चौथे स्थान पर है।
ई-संजीवनी के माध्यम से दी जा रही सेवाएं
नदीगांव ब्लाक के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर क्योलारी में मरीजों को ई-संजीवनी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। गैर संचारी रोगों के तहत कैंसर, बीपी और शुगर की प्राथमिक स्क्रीनिंग की जाती है। इसके अलावा क्षय रोगियों की जांच के साथ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिल रहीं सेवाएं
गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल, किशोरावस्था स्वास्थ्य देखभाल सेवा, परिवार नियोजन, संचारी रोग प्रबंधन, ओपीडी सेवाएं, गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, मुख स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य, नेत्र, कान, संबंधी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं, वृद्धावस्था संबंधित सेवाएं आदि दी जा रही हैं। साथ ही हीमोग्लोबिन, प्रेगनेंसी टेस्ट, यूरिन टेस्ट, शुगर, मलेरिया, एचआईवी, डेंगू,जैसे 14 प्रकार की जांचें भी की जा रही है।