उरई। झांसी-कानपुर रेलमार्ग पर पिछले एक हफ्ते से झांसी लखनऊ इंटरसिटी की लेटलतीफी से यात्री परेशान हो रहे हैं। गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने ट्रेनों की लेटलतीफी को लेकर नाराजगी जताते हुए स्टेशन अधीक्षक से शिकायत की। साथ ही मंडल और जोन के अधिकारियों से भी शिकायत करने की बात कही।
बता दें कि झांसी कानपुर रेलमार्ग के यात्रियों के लिए झांसी से लखनऊ जाने वाली इंटरसिटी को लाइफलाइन माना जाता है। इस ट्रेन से स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अलावा चिकित्सकों को दिखाने जाने वाले और व्यापारियों को खासी राहत रहती है। साथ ही नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह ट्रेन अच्छी मानी जाती है। रोडवेज के मुकाबले इस ट्रेन का किराया काफी कम होने के कारण यात्री इस ट्रेन को पसंद करते हैं। यह इस ट्रेन की चाल पिछले एक हफ्ते से गड़बडाई हुई है।
रोजाना एक से तीन घंटे देरी से यह ट्रेन पहुंच रही है। गुरुवार को भी यह ट्रेन दो घंटा 20 मिनट देरी से उरई स्टेशन पर सुबह 7.46 बजे के स्थान पर 10.13 बजे पहुंची। इससे ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को खासी परेशानी हुई। भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन ने बताया कि उनकी लखनऊ में बड़ी मीटिंग थी। इसमें भाग लेने के लिए उन्हें 12 बजे तक पहुंचना था। लेकिन ट्रेन के लेट होने से वह भी मीटिंग में लेट हो जाएंगे। उन्होंने इसे लेकर स्टेशन अधीक्षक एसके खरे के पास जाकर नाराजगी जाहिर की। साथ ही ट्रेनों की लेटलतीफी को लेकर रेल के मंडलीय और जोनल स्तरीय अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही।
कपड़ा व्यापारी सुनील पांचाल का कहना है कि वह खरीदारी के लिए कानपुर जाते है। ट्रेन की लेटलतीफी के कारण दिक्कत होती है। रेल अधिकारियों को ट्रेन की चाल सुधारनी चाहिए। इस बाबत झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि इंटरसिटी का वापसी वाला रैक लेट झांसी डिवीजन को मिल पाता है। जिसकी वजह से इंटरसिटी लेट हो रही है। हालांकि जल्द इस समस्या का निदान कराया जाएगा।
साढ़े चार घंटे देरी से आई पुणे एक्सप्रेस
उरई। लखनऊ में पुणे जाने वाली पुणे एक्सप्रेस में कानपुर स्टेशन के पास एसी कोच के बी-2 में आग लग गई। जिसकी वजह से ट्रेन उरई स्टेशन करीब साढ़े चार घंटे देरी से आई। इससे यात्री परेशान हुए। पुणे एक्सप्रेस उरई स्टेशन पर सुबह 9.57 बजे पहुंचती है लेकिन यह ट्रेन दोपहर 2.27 बजे उरई स्टेशन पहुंची। इससे पुणे जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी हुई। जब उरई स्टेशन पुणे एक्सप्रेस पहुंची तो आरपीएफ दरोगा देशराज सिंह ने ट्रेन में पहुंचकर यात्रियों से उनका हालचाल भी पूछा। (संवाद)