फोटो संख्या-37- तेज बारिश के चलते सरावन में हुआ जलभराव। संवाद

फोटो संख्या-38- बारिश के बाद सिरसाकलार में सड़कों पर भरा पानी। संवाद

बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन बेपटरी

आम की फसल को पहुंचा नुकसान, किसानों के लिए भूसे होगा संकट

जिले में कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति हुई ठप, घरों के छप्पर भी उड़े

संवाद न्यूज एजेंसी

उरई। जिले में दो दिन से अचानक मौसम में परिवर्तन होने से शाम को तेज हवाएं चलने के साथ-साथ जिले में कई स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि हुई है। बारिश और ओलावृष्टि से जिन किसानों की गेहूं की फसल अभी खेत में कटी रखी है, वह भीग गई है। बारिश होने से किसानों को भूसे की किल्लत हो जाएगी। बारिश से आम की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा कई स्थानों पर घरों के छप्पर भी उड़ने की सूचना है। सरावन में जोरदार बारिश होने से जलभराव हो गया।

जिले में सोमवार को हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से लोगों को भीषण गर्मी से तो निजात मिल गई है लेकिन किसानों के लिए यह बारिश और ओलावृष्टि आफत लेकर आई है। अभी कुछेक किसानों की फसल खेतों में कटी रखी है, लेकिन सबसे अधिक परेशानी किसानों को भूसे के लिए हो जाएगी। गेहूं की फसल हार्वेस्टर से काटने के बाद किसान मशीन से पराली का भूसा बनवाते हैं।

बारिश और ओलावृष्टि के चलते यह पराली गीली होकर खराब हो जाती है। पिछले दो सालों से किसानों को भूसे की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। इस साल भी पराली खराब होने से किसानों को भूसे की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

रामपुरा क्षेत्र के किसान किसान रामसिंह, रामकुमार, सुरेश के मुताबिक इस वक्त इस मौसम के कारण सारी गेहूं और अन्य फसलों को भारी नुकसान है। किसान पूरी तरह से परेशान हैं। जालौन क्षेत्र में भी बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसान मायूस हैं। क्षेत्रीय गांव भदवां, जीपुरा आदि में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और ओले की बौछारें हुईं। अभी किसानों का गेहूं खुले आसमान के नीचे कटा पड़ा है।

किसान कृपाशंकर खत्री बताते हैं कि आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में कटा पड़ा गेहूं भीग गया है। भीगे गेहूं की बिक्री में भी किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। किसान राजीव माहेश्वरी कहते हैं कि बारिश और ओलों से फसल को नुकसान हुआ है। यदि मौसम सही हो जाता है तो भी फसल बचने की कुछ उम्मीद की जा सकती है।

सिरसा कलार क्षेत्र में शाम 4 बजे तेज आंधी के साथ जोरदार बारिश हुई। जिन किसानों ने हार्वेस्टर से गेंहू काट लिए वे गेंहू की नरई से भूसा बनाना चाहते थे। किसान लल्ला सिंह, अशोक सिंह सेंगर, अजय मिश्र, देवेंद्र सिंह सेंगर, गोपाल जी सेंगर आदि ने बताया कि बारिश की वजह से किसानों को भूसे का संकट खड़ा हो जाएगा। सरावन क्षेत्र में शाम को लगभग चार बजे दर्जनों गांवों में तेज बारिश आंधी और ओलों से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।

कस्बा सरावन में तेज बारिश से गांव में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। महिनों से नालियां चोक होने से निचले घरों में पानी घुस गया। जिससे लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। उधर पछेती गेहूं बुबाई करने वाले किसानों का खड़ा और कटा पड़ा गेहूं खेतों में भीग जाने से नुकसान की आशंका है। माधौगढ़ क्षेत्र में भी तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई है।

फोटो संख्या-39- डकोर में उड़ा गरीब का छप्पर।

ढह गया गरीब का आशियाना

मुहम्मदाबाद। बेमौसम आंधी बारिश से रविवार को देर शाम डकोर स्थित एक गरीब का आशियाना ढ़ह गया। इससे परिवार की गृहस्थी मलबे में दबकर बर्बाद हो गई है। कस्बा डकोर निवासी सीताशरण जोशी अपने परिवार संग एक कच्ची झोपड़ी में रहता था। रविवार की देर शाम आई आंधी पानी में उसकी झोपड़ी जमींदोज हो गई। घर में रखी गृहस्थी मलबे में दब गई है। इससे परिवार के सामने खाने-पीने के अलावा सिर छिपाने का सहारा छिन गया है। गरीब परिवार को प्रशासन से मुआवजे की दरकार है।

कई जगह बिजली आपूर्ति ठप, शहर अंधेरे में डूबा

अचानक तेज हवाएं चलने से जिले में कई जगह बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई। शहर के कई इलाके लगभग तीन घंटे से भी अधिक समय तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। उपभोक्ता कंट्रोल रूम पर फोन करते रहे लेकिन बिजली महकमे की टीम शहर में कई घंटे तक फाल्ट ही नहीं खोज पाई। बिजली आपूर्ति ठप होने से शहर में पटेल नगर, राजेंद्र नगर, शांति नगर और शहर के बाहरी इलाके घंटों अंधेरे में डूबे रहे। इसके अलावा सिरसा कलार क्षेत्र, सरावन आदि में चार घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। कदौरा में एक घंटे विद्युत आपूर्ति ठप रही। इसके अलावा ऊमरी में लगभग तीन घंटे बिजली आपूर्ति ठप रही। महेवा क्षेत्र में न्यामतपुर, महेवा, बाबई सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति ठप रही।



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