
पर्वत सिंह बादल (ब्यूरो चीफ जालौन) ✍️
(उरईजालौन ) उरई: जनपद में बेतवा नदी के सबसे रमणीक माने जाने वाले सलाघाट पर स्नान का आनंद लेने गये एक और युवक की जान भेंट चढ़ गयी।

जालौन में मंगलवार को कोटरा थाना क्षेत्र के सला घाट पर काम खत्म करने के बाद नहाने गए चार दोस्तों में से एक युवक बेतवा नदी के तेज बहाव में बह गया। मृतक की पहचान ग्राम बाबई, थाना चुर्खी निवासी दीपराज चौधरी (22) के रूप में हुई है।जानकारी के अनुसार, दीपराज अपने तीन साथियों के साथ जागेश्वर मंदिर सला घाट में पुताई का काम कर रहा था। मंगलवार, 30 सितंबर की दोपहर करीब 11 बजे सभी काम खत्म करने के बाद बेतवा नदी में नहाने पहुंचे। इसी दौरान दीपराज अचानक गहरे पानी में चला गया और तेज बहाव में डूबने लगा। साथियों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज धार के सामने वे असहाय रहे। कल पूरे दिन चला सर्च अभियान

हादसे की सूचना पर स्थानीय लोग और परिजन नदी किनारे जुट गए। कोटरा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। हल्का इंचार्ज अजय कुमार और सिपाही अमर पटेल ने तत्काल राहत कार्य शुरू कराया। पूरे दिन स्थानीय स्तर पर तलाश चलती रही लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
बुधवार सुबह पुलिस ने SDRF और PAC की फ्लड यूनिट को बुलाया। टीम ने नदी में रेस्क्यू अभियान शुरू किया। नदी के तेज बहाव और चट्टानों की वजह से ऑपरेशन बेहद मुश्किल रहा। घंटों की मशक्कत के बाद टीम को सफलता मिली और दीपराज का शव बेतवा नदी में उतराता हुआ दिखाई दिया, जिसे बाहर निकाला गया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। गांव में मातम का माहौल है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
कोटरा थाना क्षेत्र में पड़ने वाले बेतवा के सला घाट का प्राकृतिक सौन्दर्य लोगों को बेहद आकर्षित करता है। इस घाट के किनारे झांसी जनपद में बसे डिकौली गांव से भक्त प्रहलाद की बुआ होलिका के दहन की कहानी जुड़ी हुई है। नदी के उसी छोर पर प्रहलाद कुंड है। जिसकी गहराई दसियों मीटर आंकी गयी है।
विभिन्न पर्वों के अवसर पर और वैसे भी पिकनिक मनाने के लिए लोगों का सलाघाट पर आवागमन रहता है। यहां बेतवा की अलग तरह की चटटाने भी प्रकृति के अनुपम उपहार की तरह हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों से सलाघाट की गहराई में कई स्नानार्थियों की बलि चढ़ चुकी है। इसलिए यह घाट खूनी घाट के रूप में बदनाम हो गया है। प्रशासन भी इस घाट पर स्नानार्थियों के आने पर बंदिश लगा चुका है। इसके बावजूद लोग घाट पर आने और स्नान का आनंद लेने से नही चूक रहे। वैसे घाट पर पुलिस की एक चौकी भी स्थापित है। जिसके कर्मचारी लोगों की निगरानी करते रहते हैं।
लेकिन मंगलवार को पुलिस की निगाह से बचकर जालौन थाने के ग्राम बाबई के कुछ युवा सलाघाट पर स्नान का लुत्फ लेने पहुंच गये इस दौरान बाबई के ही निवासी राजेंद्र अहिरवार के 22 वर्षीय बेटे दीपराज की नदी के तेज बहाव में डूबने से मौत हो गयी।
जानकारी मिलने पर एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया लेकिन काफी देर तक यह विशेषज्ञ टीम भी उसका पता लगाने में कामयाब नही हो सकी। आज सुबह फिर सांसद पुत्र राजू के विशेष प्रयास से SDRF टीम ने नदी में युवक को खंगाला। आखिरकार दीपराज का शव बरामद हो गया है। घटना के कारण मृत युवक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। क्षेत्र में भी युवक की असामायिक मृत्यु से गहरा मातम देखा जा रहा है।