पर्वत सिंह बादल उरई (ब्यूरो चीफ जालौन)✍️
( उरईजालौन) आज उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ‘आकांक्षात्मक विकासखण्ड’ की हो रही है सतत मॉनिटरिंग, 2024-25 की रैंकिंग जारी
सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आकांक्षात्मक विकास खण्डों को मुख्यमंत्री जल्द ही देंगे पुरस्कार और प्रोत्साहन राशि
आकांक्षात्मक विकास खण्डों की सतत मॉनिटरिंग और प्रोत्साहन राशि से आ रहे हैं क्रांतिकारी बदलाव
स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक विकास में हो रही प्रगति के आधार पर होती है डेल्टा रैंकिंग
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जालौन जनपद के रामपुरा और जालौन विकास खण्ड रहे सबसे आगे
06 जुलाई, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी ‘आकांक्षात्मक विकास खण्ड’ योजना के तहत वर्ष 2024-25 की वार्षिक डेल्टा रैंकिंग जारी की गई है। इस रैंकिंग में जालौन, रामपुरा, देवकली, विष्णुपुरा और मड़िहान जैसे विकास खण्डों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर शीर्ष स्थान हासिल किया है। इन विकास खण्डों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ₹20 करोड़ की प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया जाएगा। इस योजना के तहत मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के प्रदर्शन के आधार पर विकास खण्डों की सतत मॉनिटरिंग की गई, जिसमें विभिन्न विषयगत क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बुनियादी ढांचा और सामाजिक विकास में प्रगति का आकलन किया गया। जिसमें सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विकास खण्डों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से पुरस्कार और प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। जो विकास खण्ड इस रैंकिग में पीछे रह गये हैं, आने वाले समय में उन विकास खण्डों के सभी क्षेत्र में तीव्र गति से विकास कार्यों पर जोर दिया जाएगा।
सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आकांक्षात्मक विकास खण्डों को मुख्यमंत्री देंगे पुरस्कार और प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश में चलाई जा रही महत्वाकांक्षी आकांक्षात्मक विकास खण्ड योजना के तहत सभी 108 आकांक्षात्मक विकास खण्डों के समग्र विकास की परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिसके तहत प्रदेश का नियोजन विभाग प्रत्येक वर्ष इन आकांक्षात्मक विकास खण्डों की सतत मानिटरिंग कर, डेल्टा रैंकिंग जारी करता है। जो कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक विकास आदि क्षेत्रों में हो रही प्रगति के आधार पर तैयार की जाती है। वर्ष 2024-25 के लिए नियोजन विभाग की ओर से जारी डेल्टा रैंकिंग में जनपद जालौन के जालौन विकासखण्ड ने समग्र प्रदर्शन में प्रथम स्थान हासिल किया है। जबकि जालौन के ही रामपुरा विकास खण्ड ने दूसरा और गाजीपुर के देवकली, कुशीनगर के विष्णुपुरा एवं मीरजापुर जनपद के मड़िहान विकास खण्डों ने भी टॉप-5 में जगह बनाई। इन आकांक्षात्मक विकास खण्डों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री की ओर से शीघ्र ही ₹20 करोड़ की प्रोत्साहन राशि और पुरुस्कार प्रदान किया जाएगा। समग्र डेल्टा रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विकास खण्ड को ₹2.5 करोड़, द्वितीय को ₹1.5 करोड़, तृतीय को ₹1.0 करोड़ और अन्य शीर्ष प्रदर्शन करने वाले खण्डों को ₹0.5 करोड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह प्रोत्साहन राशि इन विकास खण्डों में विकास कार्यों को और गति प्रदान करने में सहायक होगी, साथ ही अन्य विकास खण्डों को भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जालौन जनपद के रामपुरा और जालौन विकास खण्ड रहे सबसे आगे
प्रदेश का नियोजन विभाग प्रत्येक वर्ष आकांक्षात्मक विकास खण्डों में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बुनियादी ढांचा और सामाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों के आधार पर सतत मानिटरिंग करता है और सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर डेल्टा रैंकिंग जारी करता है। नियोजन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2024 से मार्च 2025 के बीच स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में जालौन जनपद के रामपुरा विकास खण्ड ने सर्वोच्च रैंक प्राप्त की है। जबकि जालौन के ही जालौन विकास खण्ड ने तीसरी और सिद्धार्थनगर के खेसराहा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। तो वहीं हरदोई जनपद का संडीला, बदांयु का सलारपुर और संभल जनपद का जुनावाई सबसे पीछे रहे। डेल्टा रैंकिंग के अनुसार शिक्षा क्षेत्र में भी जालौन जनपद के जालौन और रामपुर विकास खण्ड ने पहली और दूसरी रैंक प्राप्त की है, जबकि गाजीपुर के देवकली विकास खण्ड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वहीं बलिया के पंदाह, सोहनाव और सोनभद्र के चित्रा विकास खण्ड इस रैंकिंग में पीछे रहे।
कृषि, बुनियादी संरचना और समाजिक विकास क्षेत्रों में प्रगति के आधार पर भी हुई रैंकिंग
कृषि और संबद्ध सेवाओं में कुशीनगर जनपद के विष्णुपुरा विकास खण्ड ने पहला स्थान हासिल किया। अंबेडकरनगर के टांडा और संभल के संभल विकास खण्ड क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। जबकि सीतापुर जनपद का बिसवां और संत कबीर नगर के संथा विकास खण्ड का प्रदर्शन सबसे पिछड़ा रहा। तो वहीं बुनियादी ढांचा के विकास कार्यों में रामपुर जनपद का सैदनगर ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। जबकि फर्रूखाबाद के नवाबगंज और बदायूं के असफपुर विकास खण्ड ने भी इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति दिखाई।
इसके विपरीत महाराजगंज के निचलौन और बस्ती जनपद के कुदराह और विक्रमजोत बुनियादी संरचना के विकास में सबसे पिछड़े रहे हैं। सामाजिक विकास रैंकिंग में भी रामपुर का सैदनगर ने पहला स्थान हासिल किया। तो वहीं पूरनपुर (पीलीभीत), पहाड़ी और मड़िहान (मीरजापुर), राजपुरा (संभल) विकासखण्डों ने भी इस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया। जबकि शुकुलबजार, अमेठी और देवरिया का गौरीबजार विकास खण्ड सामाजिक विकास के क्षेत्र में सबसे पीछे रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में चल रही आकांक्षात्मक विकास खण्ड योजना का उद्देश्य राज्य के पिछड़े क्षेत्रों में समग्र विकास सुनिश्चित करना है। इस योजना के तहत विकास खण्डों की सतत मॉनिटरिंग और प्रोत्साहन राशि से न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव भी देखने को मिल रहे हैं।
