नगर निगम में कार्यकारिणी गठन के छह महीने बाद हुए उपसभापति के चुनाव में भाजपा के आशीष तिवारी ने बाजी मार ली। उपसभापति के मजबूत दावेदार माने जा रहे बीजेपी के मुकेश सोनी इस रेस में पिछड़ गए। बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक के बाद प्रत्याशी बनाए गए आशीष के विरोध में विपक्ष ने भी प्रत्याशी नहीं उतारा। ऐसे में उनका निर्विरोध निर्वाचन हो गया।

नौ जून को नगर निगम की नई कार्यकारिणी चुनी गई थी। भाजपा के पांच और विपक्ष का एक सदस्य चुनाव जीता था। उपसभापति के प्रत्याशी का नाम तय करने के लिए परशुराम चौक के पास निजी होटल में भाजपा की कोर कमेटी की बैठक दोपहर साढ़े 12 बजे से शुरू हुई। इससे पहले सुबह 11 बजे से होटल में सत्ताधारी दल के पार्षद आने शुरू हो गए थे। बैठक में मेयर बिहारी लाल आर्य, सदर विधायक रवि शर्मा, एमएलसी डॉ. बाबूलाल तिवारी, एमएलसी रामतीर्थ सिंघल, एमएलसी रमा निरंजन और महानगर अध्यक्ष सुधीर सिंह शामिल हुए। बताया गया कि 12 सदस्यों वाली कार्यकारिणी में भाजपा के पांच सदस्यों का दो साल का कार्यकाल छह महीने बाद पूरा हो रहा है। ऐसे में कोर कमेटी ने इन्हीं नामों पर मंथन किया।

विपक्ष से कोई नहीं सामने

आशीष का नाम तय होने के बाद दोपहर 1:10 बजे सभी कोर कमेटी के सदस्य, कार्यकारिणी सदस्य और पार्षद नगर निगम पहुंचे। बीजेपी के महानगर अध्यक्ष सुधीर सिंह ने सभी के बीच में आशीष तिवारी को भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाने की घोषणा की। आशीष सीधे चुनाव कक्ष में पहुंचे और नामांकन किया। कार्यकारिणी सदस्य दिनेश प्रताप सिंह उनके प्रस्तावक बने। विपक्ष के पास सिर्फ दो कार्यकारिणी सदस्य थे। ऐसे में विपक्ष की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं उतारा गया।

निर्विरोध निर्वाचित

दोपहर ढाई बजे के बाद चुनाव अधिकारी ने आशीष के निर्विरोध उपसभापति निर्वाचित होने की घोषणा की। नगर आयुक्त आकांक्षा राणा ने उन्हें प्रमाणपत्र दिया। आशीष को सभी ने मिठाई खिलाकर और माला पहनाकर बधाई दी। इस दौरान पार्षद दिनेश प्रताप सिंह, गोकुल दुबे, पार्षद हरिओम मिश्रा, पार्षद अमित राय, प्रदीप खटीक, राहुल कुशवाहा, प्रियंका साहू, रितिका तिवारी, सुनील नैनवानी, अमन राय आदि मौजूद रहे।

4-1 के गणित में आशीष ने मारी बाजी

सूत्रों ने बताया कि निजी होटल में जैसे ही भाजपा की कोर कमेटी की बैठक शुरू हुई, वैसे ही एक जनप्रतिनिधि ने बीजेपी के कार्यकारिणी सदस्य मुकेश सोनी का नाम आगे बढ़ाया। इस पर एक एमएलसी ने आशीष तिवारी के नाम का प्रस्ताव रख दिया। आशीष के समर्थन में एक और एमएलसी ने हामी भर ली। कुछ ही देर बाद आशीष को कोर कमेटी के दो और सदस्यों का साथ मिल गया। एक सदस्य ने किसी का पक्ष नहीं लिया और वह पूरा माहौल भांपते रहे। ज्यादातर सदस्यों की राय आशीष के पक्ष में होती देख कोर कमेटी ने उनका नाम फाइनल कर दिया। वहीं, नाम की घोषणा होने के कुछ देर बाद मुकेश सोनी नगर निगम से चले गए। ये पार्षदों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।

लगातार तीसरी बार उपसभापति बनाने में बीजेपी कामयाब

मौजूदा बोर्ड में लगातार तीसरी बार भाजपा उपसभापति बनाने में कामयाब हो गई है। 2023 में पहली बार सुशीला दुबे निर्विरोध उपसभापति चुनी गई थीं। 2024 में प्रियंका साहू उपसभापति बनीं। दोनों ही भाजपा की पार्षद हैं।

सबसे छोटा कार्यकाल होगा, मिलेंगे सिर्फ छह महीने

नगर निगम में बतौर उपसभापति आशीष तिवारी का कार्यकाल सबसे छोटा होगा। वह सिर्फ छह महीने ही उपसभापति रह सकेंगे। जून में कार्यकारिणी सदस्य के रूप में उनका दो साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इससे पहले 2022 में उपसभापति चुने गए भाजपा के भरत सेन को आठ महीने का कार्यकाल मिला था।

नगर निगम में चलती नामांकन प्रक्रिया…



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