शादी का सीजन समाप्त हो चुका है, लेकिन सोने व चांदी के रेटों में बढ़ोत्तरी जारी है। गत रोज चांदी के दाम दो लाख रुपये तक पहुंच गए, हालांकि बाद में गिरकर यह 1.85 लाख पर आ गए। फिलहाल इस बढ़ोत्तरी से निवेशकों में खुशी का माहौल है। वह बैंक की बजाए अब सोने-चांदी के निवेश की ओर बढ़ रहे हैं। उन्हें एक साल के भीतर 75 से 100 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त हुआ है।

सोने-ंचांदी के रेटों में उतार-चढ़ाव का माहौल बना हुआ है। पांच साल के रेटों पर नजर डाले तो दोनों ही आभूषणों में दोगुना से अधिक वृद्धि दर्ज दर्ज हुई है। वहीं इस साल की बात करें तो सोने में जहां 75 प्रतिशत तो वहीं चांदी के रेट दोगुने के आसपास रहे। जनवरी 2025 में सोने के दाम 78,000 रुपये प्रति दस ग्राम थे, जबकि चांदी 90,000 के आसपास थी। दोनों ही बेशकीमती धातुओं के रेटों में जो बढ़ोत्तरी का क्रम था, वह इस साल ओर तेजी से बढ़ा और साल के अंत आते-आते इनमें अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई। शनिवार को सोने के रेट जहां 1,32,500 प्रति दस ग्राम, तो वहीं चांदी 1,85,500 रुपये प्रति किलोग्राम रहे। ऐसे में निवेशकों में हर्ष का माहौल देखा जा रहा है। उन्हें जनवरी से अब तक के बीच में चांदी में 100 फीसदी तो वहीं सोने में 75 फीसदी का रिटर्न प्राप्त हुआ।

चांदी 2.25 लाख तो सोना 1.40 लाख रुपये होने का अनुमान

सोने-ंचांदी के रेटों में जो हलचल मची हुई वह आगे भी इसी तरह जारी रहने की उम्मीद जताई गई है। भावों को लेकर कारोबारियों में अस्थिरता बनी हुई है। कारोबारियों का अनुमान है कि इस वर्ष के अंत तक सोना 1.40 लाख रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी के 2.25 लाख रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच सकता है।

सोने के रेट बढ़ने के यह बताए गए प्रमुख कारण

युवा पीढ़ी का ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में निवेश

वैश्विक बाजार में सोने-चांदी के रेटों में बढ़ोत्तरी।

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होने से लोग सुरक्षित निवेश के रूप में सोने को खरीद रहे हैं।

डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने के कारण सोना महंगा हो रहा है।

बैंकों की घटती ब्याज दर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां।

यह बोले कारोबारी

सोना चांदी के रेटों में एक बार फिर से वृद्धि दर्ज की गई है। इसके पीछे वजह वैश्विक बाजार में इनके रेटों में बढ़ोत्तरी है। रेटों में जिस तरह से वृद्धि हो रही है, उससे यह उम्मीद है कि दिसंबर के अंत में यह उच्चतम शिखर पहुंचेगा। थोड़े बहुत उतार चढ़ाव के साथ सोना और चांदी निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प बन चुका है।- अतुल अग्रवाल, प्रदेश संगठन मंत्री, उप्र सराफा एसोसिएशन।

पांच साल में जिस तरह से सोने-चांदी के रेटों में बढ़ोत्तरी हुई है, अब इसका भाव गिरना मुश्किल है। बाजार में इसके रेट मामूली तौर पर घटते हैं तो अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज होती है। ऐसे में अब निवेशक भी शेयर को छोड़ सोने और चांदी का सबसे सुरक्षित मान रहे हैं।– सिद्धांत अग्रवाल, कारोबारी।

मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितता में लोग सुूरक्षित निवेश खोजते हैं। यही वजह है कि अब सोने की तरह अब चांदी पर भी विश्वास जताने लगे हैं। मनीष सराफ, कारोबारी।

यह बोले निवेशक

सोने-चांदी के रेट बढ़ने के चलते निवेश करने के उद्देश्य से जनवरी माह में दो किलो चांदी डेढ़ लाख के आसपास की खरीदी थी। रेटों में बढ़ोत्तरी होती रही। चांदी के रेट अब दो लाख के आसपास पहुंच रहे हैं। ऐसे में इसमें सौ फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिला है।- प्रांजल जैन, झांसी।

बैंक और शेयर मार्केट में पहले निवेश किया, लेकिन ज्यादा कुछ रिटर्न हासिल नहीं हुआ। सोने-चांदी के रेट में बढ़ोत्तरी होने के चलते इसमें निवेश किया, वह सौ फीसदी रिटर्न है और वह भी पूरी तरह से सुरक्षित।- संचित अग्रवाल।



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