रेलवे समेत कई कंपनियों में ठेका दिलाने के बहाने हंसारी निवासी कारोबारी शीतू शिवहरे से दंपती ने 95.39 लाख की मोटी रकम ठग ली। जालसाजी का पता चलने पर कारोबारी ने अयोध्यापुरी कॉलोनी निवासी प्रदीप सारस्वत एवं उसकी पत्नी मीनू के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में प्रेमनगर थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
खुद को ठेकेदार और भाई को बताया रेलवे का अधिकारी
शीतू शिवहरे ने पुलिस को बताया कि करीब दो साल पहले उसकी मुलाकात प्रदीप सारस्वत से हुई थी। प्रदीप ने खुद को ठेकेदार व अपने भाई को रेलवे का उच्च अधिकारी बताया। उसने शीतू को भरोसा दिलाया कि भाई की मदद से रेलवे समेत किसी भी कंपनी में वह ठेका दिला देगा। प्रदीप उसे अपने साथ कई जगह लेकर गया। यहां प्रदीप का काम चल रहा था। प्रदीप ने मार्च 2023 में बताया कि उसे ग्वालियर की एक बड़ी कंपनी में सरिया बनाने का काम मिला है। उसे इतना बड़ा ऑर्डर पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत है। इसके लिए वह पार्टनर बनाने पर राजी हो गया।
पति-पत्नी करते रहे गुमराह
शीतू ने आरटीजीएस के जरिये प्रदीप की फर्म बालाजी कंस्ट्रक्शन को दस लाख रुपये ट्रांसफर कर दिया। अलग-अलग काम के लिए 20 लाख रुपये ले लिए। शीतू से नई फर्म बनाने की बात भी तय कर ली। नई फर्म न बनने तक पुरानी फर्म से काम करने की बात कही। 6 जून से 25 अप्रैल तक प्रदीप और उसकी पत्नी मीनू गुमराह करके रकम लेते रहे। नई फर्म भी नहीं बनाई। पैसों का हिसाब भी नहीं दिया जबकि उससे कुल 95,39,825 रुपये ले लिए थे।
पैसा मांगने पर धमकी
कुछ समय पहले जब शीतू ने पैसे देने से इन्कार करके पुराना हिसाब मांगा तब आरोपी उसे धमकाने लगे। हत्या कर देने की धमकी दी। सीओ सदर रामवीर सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर प्रेमनगर थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
