एकमुश्त समाधान योजना का लाभ अंडर बिल आउट लाइनर श्रेणी के उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रहा है। झांसी मंडल में 5.27 लाख उपभोक्ताओं में कुल 2.05 लाख इस श्रेणी में पाए गए हैं। वह कार्यालय पहुंचकर ओटीएस का पंजीयन कराना चाह रहे हैं लेकिन ऑनलाइन पोर्टल पर छूट का विकल्प प्रदर्शित न होने से वह मायूस लौट आ रहे हैं। अधिकारी भी उनका संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं।

बिजली निगम की ओर से बकायेदार उपभोक्ताओं को लाभ देने के लिए एक दिसंबर से एकमुश्त समाधान योजना लागू की गई है। इसका लाभ देने के लिए झांसी मंडल में कुल 5.27 लाख उपभोक्ता चिह्नित किए गए हैं। योजना के लागू हुए चार दिन गुजर चुके हैं, अब तक कुल 1,444 उपभोक्ताओं ने अपना पंजीयन कराकर 84.07 लाख रुपये जमा भी कर दिया है। इन सबके बीच कई उपभोक्ता ऐसे हैं, जो ओटीएस के लिए चिह्नित तो किए गए हैं लेकिन उनका पंजीयन नहीं हो पा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ये उपभोक्ता अंडर बिल आउट लाइनर श्रेणी में है। इसके चलते उनका पंजीयन नहीं हो पा रहा है।

यह हैं अंडर बिल आउट लाइनर उपभोक्ता

ऐसे उपभोक्ता जिनका एक या दो किलोवाट कनेक्शन का बिजली बिल 144 यूनिट प्रतिमाह से कम बन रहा है, वे अंडर बिल आउट लाइनर श्रेणी में माने गए हैं। इसकी सूचना स्थानीय स्तर से एकत्रित कर मुख्यालय भेजी गई है। इनकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद बिल यदि गलत है या कुछ कारण है तो उसका संशोधन करने के बाद इसका निर्णय होगा।

एकमुश्त समाधान योजना का लाभ दिलाने के लिए शहरी क्षेत्र में जहां काउंटर बनाए गए हैं, वहीं गांव में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। अंडर बिल आउट लाइनर उपभोक्ता के पंजीकरण में कुछ दिक्कतें आ रही हैं, जो जल्द दूर होने की उम्मीद है। – रमाकांत दीक्षित, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड ग्रामीण झांसी



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