वार्ड 38 अलीगोल द्वितीय में वैसे तो अधिकांश इलाकों में पाइप लाइन डाली नहीं गई है लेकिन जहां लाइन डली है वहां सड़कों का बुरा हाल हो गया है। छह महीने पहले बनी पुलिया का स्लैब भी टूट गया है, जिससे दुर्घटना होने का खतरा बना हुआ है। इस वार्ड की आबादी करीब 15 हजार है। यहां भैरो खिड़की, सराय और अलीगोल आदि मोहल्ले आते हैं। ऋषिकुंज स्कूल के पास ट्रांसफार्मर खुला पड़ा है। इसके चारों तरफ जाल नहीं लगाया गया है। कभी भी हादसा हो सकता है। नालियों की सफाई भी नियमित नहीं होती। नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं। वार्ड में करीब एक साल पहले पाइप लाइन डालने का काम शुरू हुआ था, जिसकी रफ्तार बहुत धीमी है। पानी आने का भी कोई समय निर्धारित नहीं है। कभी चंद मिनट के लिए पानी आता है तो कभी कुछ घंटे।
यह बोले वार्डवासी
नई पाइप लाइन से कभी पानी 10 मिनट आता है तो कभी दो घंटे। कोई समय तय नहीं है। जगह-जगह लीकेज से पानी सड़क पर बहता रहता है। -सुंदर लिखार
पांच महीने पहले पाइप लाइन डाली गई गई थी। उसके बाद खोदी गई सड़क की सही से मरम्मत नहीं की गई। कहीं सड़क कच्ची तो कहीं गड्ढे हो गए हैं। -वीरेंद्र कुमार
पार्षद बोले- यह विकास कार्य हुए
छह सड़कों का निर्माण हुआ।
200 से ज्यादा स्ट्रीट लाइटें लगीं।
पांच सोलर लाइटें लगवाई गईं।
दो हाईमास्ट लाइटें लगीं।
वार्ड में ढाई वर्षों में नगर निगम ने बमुश्किल एक किलोमीटर की सड़कें बनवाई हैं। जबकि, कई सड़कें खराब हैं। सात-आठ सड़कों के प्रस्ताव नगर निगम में दे रखे हैं। नाली निर्माण, कब्रिस्तान में डूम लाइटें लगवाने के भी प्रस्ताव दिए हैं। वार्ड में एक साल पहले पाइप लाइन डलनी शुरू हुई थी, ये कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। इसे जल्द पूरा किया जाना चाहिए। माहेलका शफीक मकरानी, पार्षद, वार्ड-38
जानकारी देते वार्डवासी…
