पूर्व विधायक दीपनारायण यादव की आत्मसमर्पण अर्जी पर कोर्ट ने सोमवार को तारीख तय की थी। आज उसके सीधे कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण करने की उम्मीद जताई जा रही। इसे देखते हुए पुलिस भी सतर्क हो गई है। पुलिस किसी कीमत पर पूर्व विधायक को आत्मसमर्पण से पहले गिरफ्तार करने की कोशिश में है। पुलिस ने कोर्ट के आसपास अपना खुफिया तंत्र सक्रिय कर दिया है। रविवार को भी पुलिसकर्मी पूर्व विधायक का सुराग लगाने के लिए सादे कपड़ों में उनके करीबियों के घरों के आसपास मड़राते रहे। वहीं, पूर्व विधायक की तलाश में एसओजी की तीन टीमें लगी हुई हैं। एक टीम लखनऊ में है जबकि दूसरी टीम ने गुना में डेरा डाल दिया है।
पुलिस को सुराग मिला था कि गुना में भी पूर्व विधायक आत्मसमर्पण करने की फिराक में है। बता दें, 20 नवंबर को भुजौंद गांव निवासी प्रेम सिंह पालीवाल ने डकैती एवं रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व विधायक दीप नारायण एवं अखाड़ापुरा गांव निवासी अनिल यादव उर्फ मामा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अनिल ने तीन दिन पहले ही पुलिस के चक्रव्यूह को तोड़ते हुए सीधे न्यायालय में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया था। पुलिस को पूर्व विधायक के भी कोर्ट में आत्मसमर्पण कर देने का डर सता रहा है। एसएसपी बीबी जीटीएस मूर्ति का कहना है कि पुलिस की सख्ती के चलते ही पूर्व विधायक कोर्ट के सामने हाजिर होने की फिराक में है। गिरफ्तारी के लिए टीमें प्रयास कर रही हैं।
