इमरजेंसी की ईसीजी (ईकोकार्डियोग्राम) मशीन खराब होने की खबर से जिला अस्पताल में मंगलवार को खलबली मच गई। एसआईसी ने लापरवाही पर फार्मासिस्ट को नोटिस थमाकर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके बाद न सिर्फ खराब ईसीजी मशीन को सही कराया बल्कि दो नई मशीन खरीदने का ऑर्डर कर दिया है। वहीं, मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड में भी नई ईको मशीन लगवा दी गई है। बुधवार से रोगियों की जांच होगी।
अमर उजाला ने घबराहट, बेचैनी, छाती में दर्द आदि की समस्या के रोगियों की ईसीजी जांच जिला अस्पताल की इमरजेंसी में न होने की खबर प्रकाशित की। एसआईसी डॉ. प्रमोद कटियार ने फार्मासिस्ट विनय गुप्ता को ईसीजी मशीन खराब होने की जानकारी से अवगत न कराने का नोटिस थमाकर जवाब मांगा है। चेतावनी दी है कि संतोषजनक जवाब न होने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं, चीफ फार्मासिस्ट ओपी चौधरी को इमरजेंसी का प्रभारी बना दिया है। डॉ. प्रमोद कटियार ने बताया कि फिलहाल ईसीजी मशीन सही कराकर जांच शुरू करवा दी है। दो नई मशीन खरीदने का ऑर्डर कर दिया है, जिसकी आपूर्ति दो-तीन दिन में हो जाएगी।
उधर, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मयंक सिंह ने बताया कि बाल रोग विभाग की नई ईको मशीन मेडिसिन वार्ड में लगवा दी गई है। बुधवार से वार्ड में ही रोगियों की जांच की जाएगी।
