बुंदेलखंड जोन के बकायेदार 7,931 व्यापारियों पर राज्य कर विभाग ने शिकंजा कसा है। अप्रैल से अब तक 1,185 के खिलाफ कुर्की तो 5,468 के खाते सीज कर वसूली की जा रही है। इनमें 227 व्यापारियों ने अपना बकाया भी चुकता कर दिया है।
झांसी परिक्षेत्र में 39,963 व्यापारी राज्य कर विभाग में पंजीकृत हैं। 7,931 व्यापारियों पर 958.64 करोड़ रुपये जीएसटी का बकाया है। बकायेदारों को राज्य कर विभाग ने नोटिस जारी कर बकाया चुकता करने के निर्देश दिए, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। कुछ ने अपील की है। फिलहाल विभाग ने अब इनसे वसूली के लिए कार्रवाई का रास्ता अख्तियार किया है। अप्रैल से अब तक कुल 1185 व्यापारियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की गई। इन पर 27.91 करोड़ बकाया बताया गया। बकाया धन के सापेक्ष चल अथवा अचल संपत्ति कुर्क की गई। 5,468 व्यापारियों के खाते सीज किए गए। इन पर 422.07 करोड़ बकाया है। कार्रवाई के दौरान 227 बकायेदारों ने अपना हिसाब चुकता किया है, जिससे विभाग को 1.05 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
वैट के बकायेदारों के खिलाफ भी की गई कार्रवाई
जीएसटी लागू होने के बाद वैट के बकायेदार अपना बकाया जमा करना भूल गए हैं। झांसी जोन में 4,015 व्यापारियों पर 6554.14 करोड़ बकाया है। विभाग ने इन पर शिकंजा कसते हुए कुर्की और खाते सीज करने की कार्रवाई की। 742 व्यापारियों पर कुर्की की कार्रवाई हुई। इन पर 5.83 करोड़ रुपये बकाया है, इनमें 50 लोगों ने अपना बकाया भी जमा कर दिया है। ………….
झंझट से बचने के लिए व्यापारी समय से अपना बकाया जमा कर दें, और रिटर्न भी तय अवधि में दाखिल करें। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो नोटिस भेजकर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बैंक खाते सीज करने के साथ कुर्की की जाएगी।– डीके सचान, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 राज्य कर विभाग, झांसी।
