उपभोक्ताओं के पास न बिजली के बिल का मैसेज भेजा जा रहा है न ही जानकारी दी जा रही, अचानक उनके कनेक्शन काट दिए जा रहे हैं। उपभोक्ता इसकी जानकारी के लिए सब-स्टेशनों पर संपर्क कर रहे हैं तो बताया जा रहा है कि उन्होंने बिल जमा नहीं किया है। पैसा जमा करने के बाद भी घंटों तक उनके कनेक्शन नहीं जुड़ पा रहे हैं।

झांसी मंडल में 7.84 लाख उपभोक्ता हैं। करीब 2 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। साथ ही इनको प्रीपेड कर दिया गया है। कई घरों में स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल का मैसेज नहीं भेजा जा रहा है। उपभोक्ता कार्यालय पहुंचते हैं तो उनको उचित जवाब नहीं दिया जाता। वह भटकते रहते हैं। बिल जमा न होने पर उनका कनेक्शन भी काट दिया जाता है। झांसी समेत संबंधित क्षेत्र में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं। राशि जमा करने पर कनेक्शन चालू हो जाता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि ऐसी कोई सुविधा नहीं है जिससे देखा जा सके कि मीटर में कितना बैलेंस बचा है और समय रहते रीचार्ज कराया जा सके। सबसे ज्यादा दिक्कत ऑनलाइन पेमेंट करने पर होती है क्योंकि जब तक कंपनी के खाते में राशि स्थानांतरित नहीं हो जाती, कनेक्शन नहीं जुड़ता।

केस-1

सीपरी बाजार निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि पांच माह पूर्व स्मार्ट मीटर लगाया गया था। तीन माह तक तो बिल का मैसेज आया, लेकिन दो माह से बिल का मैसेज नहीं आया। पिछले दिनों कनेक्शन भी काट दिया गया। कार्यालय में संपर्क किया गया तो बकाया होने की बात कही गई।

केस-2

ईसाई टोला निवासी दुर्गेश सिंह ने बताया कि उनके घर पर दो माह पूर्व स्मार्ट मीटर लगाया गया है। उसके पहले मीटर रीडर अथवा मैसेज के जरिये बिल प्राप्त होता था, जिसे वह नियमित जमा कर देते थे। लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद कोई मैसेज नहीं आ रहा है। उल्टे कनेक्शन काट दिया गया है।

केस-3

लहरगिर्द निवासी जितेंद्र कुमार ने बताया कि 8 जुलाई को उनके यहां स्मार्ट मीटर लगा। इसके बाद बिल आना बंद हो गया। कई बार कार्यालय जाकर संपर्क किया गया। लेकिन उचित जवाब न मिलने से वह परेशान हैं।

एक दिन में काटे जा रहे तीन हजार कनेक्शन

उप खंड अधिकारी हर रोज बकायेदारों के संयोजन काट रहे हैं। बकाया दो माह का हो अथवा 5 हजार से अधिक दोनों ही परिस्थितियों में कनेक्शन काटा जा रहा है। प्रत्येक उपखंड पर 50 संयोजन काट रहे हैं। इस लिहाज से पूरे झांसी मंडल में एक दिन में ढाई से तीन हजार कनेक्शन कट रहे हैं। अधिकांश में समस्या बिल न मिलने की आ रही है।

इनका यह है कहना

बिल जारी होने और जमा करने की व्यवस्था ऑनलाइन है। किन्हीं कारणों से मैसेज की समस्या आ रही है। उपभोक्ताओं की स्मार्ट मीटर से जुड़ी जो भी समस्या है, उसका निदान कराया जा रहा है।

– केपी खान, मुख्य अभियंता।



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