टोड़ी फतेहपुर के लुहर गांव में दीक्षा (20) पुत्री देवेंद्र अहिरवार ने जहर निगलकर जान दे दी। परिजनों ने अचेत हाल में उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। शनिवार तड़के उसकी मौत हो गई। उसके जहर निगलने की वजह परिजन नहीं बता सके। उनका कहना है तीन महीने पहले उसकी सगाई हुई थी। युवती की मौत से परिवार में रोना-पिटना मचा है।
लुहरगांव निवासी देवेंद्र खेती-किसानी करते हैं। सबसे छोटी बेटी दीक्षा ने दसवीं पास करने के बाद पढ़ाई बंद कर दी थी। घरेलू कामकाज में हाथ बंटाती थी। शुक्रवार को परिवार के लोग खेत में तार के बाड़ लगवाने गए थे। घर में दीक्षा ही अकेली थी। शाम करीब साढ़े छह बजे जब परिवार के लोग घर पहुंचे तो बिस्तर पर दीक्षा अचेत पड़ी थी। कुछ देर बाद होश में आने पर उसने परिजनों से जहर निगलने की बात बताई। यह सुनकर परिजन घबरा उठे। वे रात में उसे लेकर स्थानीय सीएचसी पहुंचे। हालत नाजुक होने पर उसे मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया गया। डॉक्टरों ने भी उसके जहर निगलने की पुष्टि की। शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई।
परिजनों के मुताबिक जल्द ही उसकी शादी की तारीख तय होनी थी। थाना प्रभारी जेपी पाल का कहना है कि पोस्टमार्टम कराया गया है। उसके आत्महत्या की वजह मालूम नहीं हो सकी।