नगर निगम के उपसभापति का चुनाव कराने की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने शुक्रवार को मेयर से मुलाकात की। पार्षदों ने कहा कि बहुत समय बीत गया है। अब जल्द उपसभापति का चुनाव करा लिया जाए। नवंबर के पहले हफ्ते में चुनाव कराने के संकेत मिले हैं।
नौ जून को नगर निगम की कार्यकारिणी का चुनाव हुआ था। छह पदों पर हुए निर्वाचन में भाजपा के पांच और एक निर्दलीय पार्षद ने जीत दर्ज कर कार्यकारिणी में जगह बनाई थी। मौजूदा समय में कार्यकारिणी में 12 सदस्य हैं, इसमें 10 भाजपा के हैं। संख्या बल अधिक होने के कारण भाजपा का ही उपसभापति चुना जाना है। मगर पांच महीने बीतने वाले हैं और अब तक उपसभापति का चुनाव नहीं हो पाया है। इससे पार्षदों में असंतोष भी है। भाजपा महानगर अध्यक्ष हेमंत परिहार के साथ संगठन की बैठक में भी पार्षद ये मुद्दा उठा चुके हैं।
शुक्रवार को महापौर बिहारी लाल आर्य कार्यालय पहुंचे तो भाजपा पार्षदों ने उनसे मुलाकात की। पार्षदों ने कहा कि उपसभापति का चुनाव बहुत पहले हो जाना चाहिए था। सभी पार्षद उपसभापति का चुनाव कराने के पक्ष में हैं। लिहाजा जल्द ही चुनाव करवा लिया जाए। मेयर ने जल्द तिथि घोषित करने की बात कही।
उपसभापति का सबसे छोटा होगा कार्यकाल
बताया गया कि उपसभापति का इस बार का कार्यकाल सबसे छोटा होगा। इससे पहले अप्रैल 2022 में उपसभापति चुने गए भरत सेन को आठ महीने का कार्यकाल मिला था। जबकि, इस बार के उपसभापति का कार्यकाल करीब सात महीने का ही होगा।
