
Jhansi Medical College
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झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड की जांच रिपोर्ट शुक्रवार को शासन को सौंपी जा सकती है। जांच टीम को कई तरह की खामियां मिली हैं। ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन से लेकर कई कर्मियों पर गाज गिर सकती है।
अग्निकांड के बाद शासन की ओर से चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह की अगुवाई में गई टीम मौके पर दो दिन पड़ताल के बाद लौट आई है और रिपोर्ट तैयार कर ली है। शुक्रवार को यह रिपोर्ट शासन को सौंपने की उम्मीद है।
सूत्रों की मानें तो जांच कमेटी को कई गंभीर खामियां मिली हैं। वार्ड में अलग से एक्सटेंशन तार के जरिये उपकरण लगाने, तारों की गुणवत्ता खराब होने, सेफ्टी रिपोर्ट देने के बाद तत्काल सुधार के प्रयास न करने जैसी लापरवाही सामने आई है। ऐसे में कॉलेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य, चिकित्सा अधीक्षक, बाल रोग विभागाध्यक्ष सहित व्यवस्था निगरानी से जुड़े अफसरों व चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई होना तय है।
सोमवार को पहुंची थी टीम
झांसी महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू) में शुक्रवार को आग लगने के कारणों का पता लगाने लखनऊ की चार सदस्यीय टीम सोमवार को पहुंची थी। टीम ने करीब 35 मिनट तक जले हुए एसएनसीयू की जांच की। 40 मिनट वार्ड पांच में भर्ती नवजातों के परिजन से बात की। करीब साढ़े पांच घंटे तक छह मृत शिशुओं के परिजन समेत 20 डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ के बयान दर्ज किए गए।