लखनऊ, कानपुर एवं अयोध्या में अवैध पटाखा फैक्टरी समेत चीनी बारूद से बने पटाखों के अवैध भंडारण की वजह से हुए विस्फोट में कई लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। इसके बावजूद झांसी में अभी पुलिस की नींद नहीं टूटी जबकि डीजीपी भी अवैध पटाखा भंडारण के खिलाफ अभियान शुरू करने का निर्देश दे चुके हैं। इसके दो दिन गुजर चुके हैं लेकिन पुलिस ने अभियान शुरू नहीं किया जबकि दीपावली के करीब आने के साथ बड़े पैमाने पर खतरनाक पटाखों का अवैध भंडारण शुरू हो गया है।
पिछले वर्ष (एक अक्तूबर, 2024) झांसी के समथर के पहाड़पुरा गांव में अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट से चार महिलाओं की मौत हो गई थी। जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए डीजीपी राजीव कृष्ण ने अवैध पटाखा फैक्टरी एवं भंडारण के खिलाफ 10 अक्तूबर से अभियान के निर्देश दिए थे। ड्रोन कैमरों और एलआईयू की मदद से अभियान चलाया जाना था। जहां हादसे हो चुके, उसे फोकस एरिया में रखा जाना था लेकिन डीजीपी का यह आदेश झांसी में हवा है। इस वजह से जगह-जगह पटाखों का अवैध भंडारण शुरू कर दिया गया। अभी तक विशाल कलेक्शन की दुकान के सामने बड़ागांव गेट के पास जितेंद्र रायकवार से प्रतिबंधित 730 सिंगल शॉट आवाज वाले पटाखे एवं 1440 पेंसिल पुंगी पटाखे बरामद करके उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
वहीं, एसएसपी बीबी जीटीएस मूर्ति का कहना है कि टीमें बना दी गई हैं।