अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। कॉलेज से घर लौट रही छात्रा का रास्ते में कार सवारों ने अपहरण कर लिया। किसी तरह से वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर ट्रेन में सवार हो गई और झांसी पहुंच गई। यहां जीआरपी की नजर उस पर पड़ गई। बाद में छात्रा को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। अपहरणकर्ताओं का अब तक पता नहीं चल पाया है।
टीकमगढ़ के जतारा के एक गांव में रहने वाली बीए की छात्रा कॉलेज से वापस अपने घर लौट रही थी। रास्ते में कार सवार चार बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया था। वे युवती को बेहोश कर अपने साथ ले जा रहे थे। इसी बीच निवाड़ी में रेलवे क्रॉसिंग बंद होने पर उन्हें गाड़ी रोकनी पड़ी। चारों बदमाश गाड़ी से उतरकर ट्रेन के गुजरने का इंतजार करने लगे। इसी बीच युवती को थोड़ी सुध आई और वह गाड़ी से उतरकर निवाड़ी स्टेशन पर पहुंच गई। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचने के लिए वह निवाड़ी स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन में सवार हो गई और वहां से झांसी पहुंच गई। यहां झांसी में जीआरपी टीम की नजर छात्रा पर पड़ गई। वह सहमी सी स्टेशन पर बैठी हुई थी। छात्रा को जीआरपी थाने लाया गया। यहां जीआरपी की महिला कर्मियों ने उसे सुरक्षित होने का अहसास कराया और घटना की जानकारी ली। सूचना छात्रा के परिजनों को दी गई। जानकारी लगते ही परिजन जीआरपी थाने पहुंच गए। यहां छात्रा को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने बताया कि वह जतारा थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। वहीं, जीआरपी इंस्पेक्टर पंकज पांडेय ने बताया कि छात्रा को लिखा-पढ़ी कर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।