अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। इसी सप्ताह नगर निगम द्वारा शासन को गृहकर आधा करने का प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। अभी नगर निगम सदन की बैठक की कार्यवृत्ति बनाने का काम चल रहा है। ये बनते ही मंजूरी के लिए महापौर के पास भेजी जाएगी। उनके हस्ताक्षर होते ही प्रस्ताव शासन के पास पहुंच जाएगा।
महापौर बिहारी लाल आर्य ने गृहकर हाफ करने के अपने चुनावी वादे संबंधी प्रस्ताव को बीते शुक्रवार को हुई नगर निगम सदन की बैठक में पास करवा लिया था। हालांकि, नगर निगम सदन को सीधे गृहकर कम करने का अधिकार नहीं है। इस पर अंतिम मुहर शासन को ही लगानी है, जो कि काफी टेढ़ी खीर है। अभी गृहकर वार्षिक मूल्यांकन का 10 फीसदी लिया जा रहा है। सदन ने इसे घटाकर पांच प्रतिशत लेने का प्रस्ताव पास किया। यही नहीं, जिन लोगों ने इस साल 10 फीसदी के हिसाब से गृहकर जमा कर दिया है, उनका पांच फीसदी पैसा आगामी वित्तीय वर्ष में समायोजित करने पर भी सहमति जता दी। अपर नगर आयुक्त मो. कमर का कहना है कि सदन की बैठक की कार्यवृत्ति बनवाई जा रही है। ये बनते ही महापौर के पास मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। उनके हस्ताक्षर होने के बाद इसी सप्ताह शासन को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा।
अगर मंजूरी मिली तो पांच फीसदी घट जाएगी आय
इस साल बोर्ड की बैठक में 24 करोड़ रुपये गृहकर से आय होने का लक्ष्य रखा गया है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष से भी दो करोड़ रुपये अधिक है। वहीं, अगर शासन गृहकर आधा करने के प्रस्ताव को मंजूरी देता है तो निगम की आय करीब पांच फीसदी घट जाएगी। वैसे ही इस बार निगम ने 2.13 अरब आय और 2.59 अरब व्यय का अनुमान जताया है। हालांकि, पिछले वर्ष बचे 1.66 अरब से वार्षिक घाटा कवर हो जाएगा।