सुखनई नदी के उफनाने से डूबे चार पुल, घंटों ठप रहा देवरी सिंहपुरा से मध्य प्रदेश का रास्ता
रिपटों के पानी में डूबने से हजारों राहगीर रहे परेशान
अमर उजाला ब्यूरो
बरुआसागर/लुहारी/रानीपुर/टोड़ीफतेहपुर। बिपरजॉय के असर से मप्र समेत झांसी मंडल में पिछले 48 घंटों के दौरान रिकॉर्ड करीब 84 एमएम बारिश से कई नदियां उफनाने लगीं हैं। स्थिति यह रही कि धमना-टहरौली मार्ग आठ घंटे पानी में डूबा रहा।
मप्र, झांसी समेत आसपास इलाकों में हो रही बारिश के चलते बुधवार रात से सुखनई, लखेरी समेत कई नाले उफनाने लगे। बरुआसागर इलाके में डुबरई नाले में बहाव तेज होने से धमना चौकी के पास बना पुल करीब आठ घंटे पानी में डूबा रहा। मऊरानीपुर में सुखनई नदी के उफनाने से फतेहपुर, बड़ागंज, देवरी सिंहपुरा, रतौसया पुरा गांव आदि इलाकों में आवागमन का रास्ता बंद हो गया। रिपटों के पानी में डूब जाने से राहगीर कई घंटे तक पानी उतरने का इंतजार करते रहे।
बरुआसागर में डुबरई नाले में बुधवार रात से ही पानी का बहाव तेज हो गया। बृहस्पतिवार भोर करीब चार बजे धमना चौकी के पास बने नए पुल से करीब पांच फीट ऊपर पानी बहने लगा। पुल के पानी में डूबने से इटौरा से टहरौली के बीच का यातायात ठप पड़ गया। इससे रोजाना शहर जाकर काम करने वाले हजारों लोग फंस गए। दोपहर करीब तीन बजे जलस्तर कम होने के बाद यहां यातायात बहाल हो सका।
उधर, मऊरानीपुर इलाके में सुखनई नदी में भी आधी रात से बहाव तेज हो गया। नदी का पानी फतेहपुर एवं बड़ागंज जाने वाले संपर्क मार्ग पर भर गया। यहां दो रिपटों पर पानी भर जाने से यहां भी आवागमन ठप पड़ गया। रानीपुर में रतौसया पुरा गांव के पास चेकडैम में लगा नवनिर्मित फाटक नदी के तेज बहाव में बह गया। बहाव तेज होने से यहां भी रिपटा पानी में डूब गया। सड़क पर करीब चार फीट पानी भरा रहा। इससे देवरी सिंहपुरा से मध्य प्रदेश का रास्ता करीब पांच घंटे तक बंद रहा। इसी तरह बम्हौरी सुहागी, गुढ़ा, टिकरी, लुहरगांव, बसारी समेत अन्य गांव का संपर्क भी कट गया। उधर, लखेरी में भी बहाव काफी तेज हो गया था।
15 साल बाद जून में खोले गए बांध के गेट
टोड़ीफतेहपुर। जून महीने में हो रही लगातार बारिश के चलते करीब पंद्रह साल बाद इस दफा जून माह में बांध के गेट खोलने पड़े। झांसी स्थित पथराई बांध का जलस्तर बढ़ जाने से बृहस्पतिवार शाम तक दो गेट खोलने पड़े। सिंचाई अभियंताओं के मुताबिक पथराई बांध का भराव 203.80 मीटर है। शाम तक 203.20 मीटर तक पानी भर गया। इसे बाहर निकालने के लिए दो गेट खोले गए। इसके पहले वर्ष 2008 के जून माह में यह गेट खुला था। वहीं, लखेरी बांध का भराव भी बढ़कर 181.60 मीटर तक पहुंच गया।
बेतवा के जलस्तर में लगातार तेजी
बेतवा, सुखनई, लखेरी, धसान, पहूंज समेत अन्य नदियों के जलस्तर में तेजी बनी है। बेतवा नदी का नोट घाट पर जलस्तर 191 मीटर मापा गया, हालांकि यह अभी खतरे के निशान 205 मीटर से नीचे है। सिंचाई अभियंताओं का कहना है कि अभी खतरे की कोई बात नहीं है। सुरक्षा को लेकर सभी को अलर्ट किया गया है।
बांधों का मौजूदा जलस्तर (मीटर में)
माताटीला 276.760
लहचूरा 175.500
पहूंज 231.47
बिपरजाॅय का असर, बांधों की बढ़ाई गई निगरानी
अगले एक सप्ताह तक बारिश की संभावना को देखते हुए झांसी मंडल के सभी बांधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके लिए चौबीस घंटे के लिए शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है। बेतवा भवन में बांध नियंत्रण कक्ष भी स्थापित कर दिया गया है। इसके जरिए भी बांधों तक आने वाले पानी की लगातार निगरानी की जा रही है। माताटीला बांध के एक्सईएन मो.फरीद के मुताबिक करीब 30 क्यूसिक पानी आने की संभावना जताई गई है।
तेज बहाव में युवक की बाइक बही
बरुआसागर के रिपटे के डूबने के बाद उससे बाइक ले जा रहे युवक की बाइक पानी के तेज बहाव में बह गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में एक युवक बाइक से रिपटे से होकर जाने की कोशिश करता दिख रहा लेकिन, कुछ दूर जाने के बाद पानी के तेज बहाव में वह बह गई हालांकि युवक को कोई नुकसान नहीं हुआ।