अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। थाना मऊरानीपुर के अंतर्गत देवरी चौकी प्रभारी रामसजीवन वर्मा का ऑडियो वायरल होने के बाद एसएसपी राजेश एस ने उसे तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करके पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। दो दिन पहले एक ट्रक चालक को पुलिस ने अवैध खनन की बालू ढोने के आरोप में रोक लिया था। इस मामले में चौकी प्रभारी से बातचीत का एक ऑडियो वायरल हो गया। आरोप है कि चौकी इंचार्ज इस मामले में पैसों की लेनदेन के लिए उसके ऊपर चौकी आने का दबाव बना रहा था। ऑडियो सामने आने के बाद एसएसपी तक यह मामला पहुंच गया। उन्होंने चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।
आरोपियों को बचाने की कोशिश में जुटा था साइबर सेल में तैनात सिपाही, निलंबित
करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले जावा एप संचालकों में दो को बचाने में संलिप्तता उजागर होने के बाद एसएसपी राजेश एस ने साइबर सेल में तैनात सिपाही भानु प्रताप को निलंबित कर दिया। उस पर लगे आरोपों की जांच एसपी सिटी को सौंपी गई है। पिछले दिनों कटेरा, पूंछ आदि इलाकों में जावा एप के माध्यम से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया था। इस मामले की जांच-पड़ताल के लिए गठित टीम में साइबर सेल के सिपाही भानु प्रताप को भी शामिल किया था।
लेकिन, आरोप है कि भानु ने रोहन कुशवाहा निवासी अमरौख एवं पुष्पेंद्र कुशवाहा निवासी पूंछ को बचाने की खातिर मोटी रकम की उगाही की। उसकी आरोपियों के साथ एक होटल में मुलाकात की सीसीटीवी फुटेज भी सार्वजनिक हो गई। इसके बाद एसएसपी ने पूरे मामले की जांच कराई। इसमें मामला सही पाए जाने के बाद भानु प्रताप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। वहीं, पुलिस ने दोनोें आरोपियों के घर दबिश देकर उनको भी गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। भानु पिछले कई साल से साइबर सेल में तैनात था। इसके पहले भी उसके खिलाफ डीआईजी और एसएसपी को कई शिकायतें मिल चुकी थी।