झांसी। शहर की सड़कों को रोशन करने के लिए महानगर में 24077 स्ट्रीट लाइटें लगाने वाली कंपनी ईईएसएल के कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया है। इसके चलते आधे शहर की सड़कों पर अंधेरा पड़ा हुआ है। महानगर में करीब 10 हजार स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। लगातार लाइटें खराब होने और बंद होने की शिकायतों के बाद नगर आयुक्त ने कंपनी पर 30 लाख का जुर्माना लगाया है।

साल 2017 में प्रदेश स्तर से महानगरों में पथ प्रकाश व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा ईईएसएल कंपनी को सौंपा गया। अनुबंध के तहत कंपनी को नई स्ट्रीट लाइटें लगाने और उनकी मरम्मत कराने का जिम्मा सात साल के लिए सौंपा गया था। महानगर में कंपनी ने 60 वार्डों में 24077 लाइटें लगाईं। कंपनी को शिकायत के बाद 48 घंटे में लाइट को सही करना होता था, लेकिन तीन महीने पहले कंपनी के कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया। इसके बाद महानगर में लगी लाइटों को सही नहीं कराया जा सका। नगर निगम की ओर से कंपनी से पत्राचार किया गया, लेकिन कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया। उधर, निगम में लाइटें खराब होने की शिकायतों का अंबार लग गया। बताया जाता है कि तीन महीने में लाइटें खराब होने की पांच सौ से ज्यादा शिकायतें पहुंच गई हैं। जबकि 10 हजार लाइटें बंद पड़ी हैं।

इसे लेकर नगर आयुक्त ने कंपनी पर 30 लाख का जुर्माना लगाया है। कंपनी पर पहले भी पांच लाख का जुर्माना लगाया जा चुका है। नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने जुर्माने को कंपनी को दी जाने वाली धनराशि से कटौती करने के आदेश दिए हैं।

स्टोर में खराब मिलीं 3500 लाइटें

लगातार लाइटें सही न होने पर नगर निगम के मार्ग प्रकाश विभाग के अधिकारियों ने ईईएसएल कंपनी के गोदाम का निरीक्षण किया। यहां 3500 लाइटें रखी पाई गईं, लेकिन यह सब खराब निकलीं। दो महीने से कंपनी लाइटों की मरम्मत भी नहीं करा रही है।

हर महीने 34 लाख का थमा रहे बिल

कंपनी भले ही दो महीने से काम नहीं कर रही है, लेकिन निगम के पास हर महीने 34 लाख का बिल पहुंच रहा है। हालांकि निगम हर महीने बिल की 30 फीसदी राशि का भुगतान करता है। बाकी 70 फीसदी राशि शासन स्तर से खर्च की जाती है। वर्ष 2019 से अब तक निगम 6.36 करोड़ का भुगतान कंपनी को कर चुका है।

महानगर में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को कंपनी तीन महीने से सही नहीं कर रही है। इसे लेकर 30 लाख का जुर्माना लगाया गया है। जोकि भुगतान से काटा जाएगा।- पुलकित गर्ग, नगर आयुक्त



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *