झांसी। बड़ागांव में झांसी-कानपुर हाइवे पर स्थित होटल संचालक अपने होटल के एक कमरे में संदिग्ध दशा में बेसुध मिला। परिजन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि खाना खाने के बाद होटल मालिक आराम करने गया था। उसकी मौत की वजह साफ नहीं हो सकी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
झांसी-कानपुर हाइवे पर शंकरगढ़ इलाके के पास अनिल राजपूत (42) पुत्र ओमकार राजपूत महक नाम से होटल चलाता था। रविवार को मूंगफली की फसल में दवा का छिड़काव कराने के बाद वह लौटकर होटल आया। खाना खाने के बाद वह आराम करने होटल के कमरे में चला गया। शाम करीब सात बजे उसके बाहर न आने पर होटलकर्मी उसे जगाने पहुंचे। यहां बिस्तर पर अनिल बेसुध पड़ा था।
सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी पहुंच गए। परिजन उसे बेसुध हालत में मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर लिया। सोमवार दोपहर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजन रोते बिलखते मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। पत्नी लज्जावती बेसुध हो गई। अनिल के तीन बच्चे हैं। इनमें बेटा रितिक (15), महक (13) और अर्पित (11) हैं। बड़ागांव थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह के मुताबिक होटल कारोबारी की मौत की वजह अभी साफ नहीं हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की सही वजह मालूम चल सकेगी।